भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को ‘बकवास’ बताया कि जो जासूसी ड्रोन उसने (पाकिस्तान ने) मार गिराया, वह भारतीय सुरक्षाबलों का था। भारत ने कहा कि जिस ड्रोन की बात हो रही है, उसका डिजाइन चीन का लगता है, जो आसानी से बाजार में उपलब्ध है।

विदेश सचिव एस जयशंकर ने पाकिस्तान के आरोपों से साफ इंकार करते हुए कहा कि ड्रोन भारत का नहीं है और भारतीय सशस्त्र बलों के पास ऐसा कोई मानवरहित यान (यूएवी) नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस ड्रोन की बात हो रही है, उसके फोटो से संकेत मिलता है कि इसका डिजाइन भारत का नहीं है और ना ही यह ऐसा यूएवी है, जो भारतीय सशस्त्र बलों की ‘इन्वेंटरी’ में है। इस ड्रोन का डिजाइन चीन का लगता है, जो आसानी से बाजार में उपलब्ध है।

विशेषज्ञों के अनुसार ड्रोन चीन में निर्मित डीजेआई फैन्टम-3 से मिलता जुलता है और यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस द्वारा निगरानी के उद्देश्य से लिये गये यान से भी मिलता जुलता है।

पाकिस्तान की सेना ने दावा किया था कि उसने भारत के ‘जासूसी’ ड्रोन को मार गिराया है। उसका आरोप है कि इस ड्रोन ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है और इसका इस्तेमाल नियंत्रण रेखा के निकट हवा से फोटोग्राफी के लिए हो रहा था।

इस बीच पाकिस्तान से लगी सीमा पर तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तानी बलों द्वारा मोर्टार से गोलाबारी और फायरिंग के कारण ऐसा हुआ। भारतीय बलों ने पाकिस्तानी कार्रवाई का माकूल जवाब दिया। दिन में पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन को विदेश विभाग बुलाकर ड्रोन द्वारा नियंत्रण रेखा के निकट कथित रूप से हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने तथा संघर्षविराम उल्लंघन को लेकर कडा विरोध दर्ज कराया।