सत्येंद्र जैन मामले को लेकर आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी मार्लेना ने आरोप लगाया कि बीजेपी इस मामले को उठाकर राजनीति कर रही है क्योंकि उसे हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव हारने का डर है। उन्होंने कहा कि अगर ईडी के पास सारे सुबूत और हाई कोर्ट का ऑर्डर था तो 8 साल से ये केस क्यों चल रहा है।

सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग केस पर हुई एक टीवी डिबेट में आतिशी ने कहा, “यह साफ समझ आ रहा है कि इस मामले को अचानक से उठाकर राजनीति की जा रही है और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के कारण इसमें कार्रवाई शुरू की गई। वरना 2018 के बाद कोई पूछताछ क्यों नहीं हुई।”

उन्होंने कहा कि 8 साल से प्रवर्तन निदेशालय इस मामले की जांच कर रहा है। इस दौरान कई बार सत्येंद्र जैन को पूछताछ के लिए समन भेजा गया, लेकिन 2018 के बाद कोई पूछताछ नहीं हुई और अब ईडी एकदम से जग गई और पूछताछ के लिए सत्येंद्र जैन को कस्टडी में ले लिया।

वहीं, आतिशी ने स्मृति ईरानी के आरोपों को मनगढ़ंत कहानी करार दिया है। उन्होंने स्मृति ईरानी को निशाने पर लेते हुए कहा, “ऐसा लग रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय की नई निदेशक स्मृति ईरानी जी हैं।” आप नेता ने कहा, “स्मृति ने कहा कि सत्येंद्र जैन ने कोर्ट में कबूला कि उनके पास अघोषित 16 करोड़ रुपये हैं और फिर बाद में कहा कि यह सत्येंद्र जैन ने नहीं उनकी कंपनी ने कहा। ये वह कंपनी है, जिसमें सत्येंद्र जैन डायरेक्टर ही नहीं हैं।”

डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला भी शामिल थे। उन्होंने हाई कोर्ट के ऑर्डर का जिक्र किया तो आतिशी ने कहा कि जिस तथाकथित ऑर्डर की शहजाद बात कर रहे हैं, उस केस में सत्येंद्र जैन पार्टी ही नहीं थे। इस पर उन्होंने कहा कि अगर ये ऑर्डर गलत निकला तो मैं राजनीति से इस्तीफा दे दूंगा।

शहजाद पूनावाला ने तंज कसते हुए कहा कि दो राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के हवाला और हवालात मिनिस्‍टर बनने के लिए आप को बधाई। उन्होंने कहा, “चाहे इनकी सरकार ने नए स्कूल बनाए हों या ना बनाए हों, यमुना को साफ किया हो या ना किया हो और अस्पताल बनाया हो या ना बनाया हो, लेकिन दोनों प्रदेशों में इनकी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री हवाला मिनिस्टर और अब हावालात मिनिस्टर जरूर बने हैं। एक सवाल मन में आता है कि जब आपने पंजाब के हवालात मिनिस्टर को बाहर कर दिया तो, इस हवालात मिनिस्टर से ऐसा क्या रिश्ता है कि इनको बचाए रखा है।”