दिल्ली विधानसभा की एक सीट राजौरी गार्डन पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा और अकाली दल के रिश्तों के बीच खटास पड़ने की संभावना है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के जीते हुए उम्मीदवार जरनैल सिंह के विधानसभा से त्यागपत्र देने के बाद यहां पर उपचुनाव कराया जा रहा है, चुनाव 9 अप्रैल को है। यह चुनाव दिल्ली के तीनों बड़े राजनीतिक दल भाजपा, कांग्रेस और आप पार्टी के लिए नाक का सवाल होगा। दिल्ली की राजनीति के दो बड़े धुरंधर कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेता सुभाष आर्य इसी सीट से हैं। राजौरी गार्डन विधानसभा में पंजाबी बहुल इलाका है। बीते दो विधानसभा चुनाव यहां से अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा लड़ रहे थे। एक बार उन्होंने यहां से कांग्रेस और आप पार्टी के उम्मीदवार को हराया था।
दूसरी बार आप पार्टी के जरनैल सिंह ने उन्हें चुनाव में हराया था। अकाली नेता सिरसा को भाजपा ने ये सीट दी थी। दिल्ली में भाजपा और अकाली दल में बरसों से गठजोड़ है। दोनों दल संयुक्त होकर चुनाव लड़ते हैं। दिल्ली में नगर निगम और विधानसभा की कुछ सीटें भाजपा अकाली दल के लिए छोड़ती रही है। जिसके एवज में राजधानी में अकाली दल सभी सीटों पर भाजपा के उम्मीदवारों का समर्थन करता है। इस बार पंजाब के चुनावों में अकाली दल और भाजपा गठबंधन की जिस तरह से हार हुई है, उसे लेकर भाजपा के दिग्गज नेता काफी परेशान हैं। भाजपा पंजाब में अपनी हार के लिए अकाली दल को जिम्मेदार मानती है।

