कड़कड़डूमा अदालत परिसर में पुलिस और वकीलों के बीच सोमवार को झड़प हो गई। सुबह अदालत खुलते ही वकीलों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। फिर पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच कथित तौर पर हाथापाई हुई। इस कारण दिनभर माहौल तनावपूर्ण रहा लेकिन दोपहर बाद मामला शांत हो गया। इस मामले को लेकर वकीलों ने जिला न्यायाधीश को शिकायत दी है। झड़प की वजह रविवार रात को दिल्ली के नंद नगरी थाने में एक वकील नीरज कुमार झा को पुलिस द्वारा थप्पड़ मारना बताया जा रहा है।

पुलिस पर आरोप है कि दिल्ली के नंदनगरी थाने में देर रात एक वकील को एक पुलिसकर्मी ने थप्पड़ मार दिया था। अधिवक्ता अपने मुवक्किल के साथ एक मामले में थाने गए थे। इस घटना के कारण सोमवार सुबह से ही कड़कड़डूमा अदालत में माहौल गरम हो गया था। अदालत परिसर स्थित कोर्ट रूम संख्या 19 के बाहर से यह विवाद शुरू हुआ, जोकि बाद में पूरे अदालत परिसर में फैल गया।

वकीलों ने पहले पुलिस के खिलाफ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इसी बीच पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गई।पुलिस का कहना है कि इसके बाद वकीलों की तरफ से पुलिस के साथ हाथापाई की गई। हालांकि वकीलों ने इस तरह की घटना से इनकार किया है। इस मुद्दे को लेकर कड़कड़डूमा अदालत के वकीलों में रोष था।

न्यायाधीशों व पुलिस उपायुक्त के हस्तक्षेप के बाद हुई शांति

शाहदरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता वीके सिंह ने बताया कि इस घटना के बाद वकीलों में रोष था। सोमवार सुबह वकील इसी का विरोध कर रहे थे। लेकिन बाद में शाहदरा, उत्तर-पूर्वी व पूर्वी जिला न्यायाधीशों एवं शाहदरा एवं उत्तर-पूर्वी पुलिस उपायुक्त के बीच बैठक के बाद शाहदरा बार एसोसिएशन को आश्वासन दिया गया है कि दोषी सब इंस्पेक्टर व एक कांस्टेबल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद वकील वापस काम पर लौट गए हैं।

कई बार हो चुकी है झड़प : कड़कड़डूमा अदालत परिसर में यह कोई पहला वाक्या नहीं है। इससे पहले भी जिला अदालतों में वकीलों व पुलिस के बीच झड़प व तनातनी होती रही है। शुक्रवार को ही रोहिणी अदालत परिसर में वकील व मुवक्किल के बीच झगड़े की बात आई थी जिसमें सिपाही से गोली चली थी।