फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुक्रवार रात हुए आतंकी हमले में 129 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से ज्यादा लोग हो गए। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली है। पेरिस में हुआ आतंकी हमला इंटरनेशनल मीडिया में छाया हुआ है। फ्रांस के अखबारों और मैगजीनों में इसे भयानक बताया गया है। वहीं, अल अरबिया में पत्रकार मोहम्मद छबेरे लिखते हैं, “फ्रांस पर हमला उसे चेतावनी है कि वो कमज़ोर लोगों के साथ न खड़ा हो, अपने मूल्यों को छोड़ दे और सीरिया में अपनी नीति में बदलाव करे।”
ब्रिटेन के अखबार ‘द गार्डियन’ में विश्लेषक नैटली नूगेरीड लिखती हैं कि इस हमले से मुसलमानों में डर बढ़ेगा कि उन्हें आतंकवाद से और जोड़ा जाएगा साथ ही दक्षिणपंथी समूह ज्यादा नफरत फैलाएंगे। एक अन्य ब्रिटिश अखबार ‘द टेलीग्राफ’ में विश्लेषक कॉन कफलिन लिखते हैं कि पेरिस पर हमले ब्रिटेन सहित प्रमुख पश्चिमी देशों के लिए संकेत हैं कि इस्लामिक स्टेट जैसे गुट उनके लिए किस तरह के खतरे पेश कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के अखबार ‘द एज’ ने संपादकीय में इस हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि जो लोग मासूमों का कत्ल करते हैं उनके लिए इस निंदा का कोई अर्थ नहीं लेकिन फिर भी वो इस हमले की निंदा करते हैं क्योंकि ऐसा किया जाना चाहिए।