पाकिस्तानी पत्रकार तारिक फतह का कहना है कि इमरान सरकार पूरी तरह से झूठ पर चल रही थी। देश की अर्थव्यवस्था चौपट है। पाकिस्तान उधार पर चल रहा है। अब इमरान सरकार का जाना तय है। उधर, उनकी बात पर इमरान की पार्टी के प्रवक्ता अब्दुल समद याकूब ने उन्हें करारा जवाब देकर कहा कि विदेश में बैठे लोग कुछ भी कह सकते हैं। लेकिन उनकी ख्वाहिश पूरी नहीं होगी। तारिक फतेह विदेश में रहते हैं। एबीपी की टीवी डिबेट में वो कनाडा के टोरंटो से लाइव थे।

फतेह ने कहा कि इमरान खान फौज की ताकत पर नहीं आए थे। वो इतने ज्यादा लोकप्रिय थे कि जनता ने उन्हें सिर पर बिठा लिया था। लेकिन वो देश को चला नहीं सके। सपने तो बड़े दिखाए पर उन्हें पूरा नहीं कर सके। पान की दुकान भी ऐसे नहीं चलती जैसे देश कैसे चलाया जा रहा है। उनका कहना था कि सारा देश गिरवी रखकर भविष्य की योजनाएं बनाई जा रही हैं। देश का एक हिस्सा चीन को तकरीबन बेच दिया गया है।

उधर, समद ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार के बचने न बचने का फैसला हाउस में फ्लोर टेस्ट में हो जाएगा। उनका कहना था कि पीएम बनने के लिए पहले आफिस जाना जरूरी है ये तो कोई शर्त नहीं हो सकती। किसी को भी देश की कमान लोकप्रियता के आधार पर मिलती है। वो इस वजह से नहीं मिलती कि बंदे ने नौ से पांच तक नौकरी की है या नहीं।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान तीन अप्रैल को होगा। वो गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। अगर कुछ सहयोगी दल गठबंधन से हटने का फैसला करते हैं तो उनकी सरकार गिर सकती है। पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में पीटीआई के 155 सदस्य हैं और उसे सत्ता में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत है।

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विपक्ष ने आठ मार्च को नेशनल असेंबली को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा था। इमरान खान 2018 में नया पाकिस्तान बनाने के वादे के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन कीमतों को नियंत्रण में रखने में बुरी तरह विफल रहे, जिससे विपक्ष को उनकी सरकार पर हमला करने का मौका मिल गया।