कांग्रेस ने गोवा व मणिपुर में जनादेश का सम्मान नहीं किए जाने के आरोप लगाते हुए बुधवार को राज्यसभा में हंगामा किया। पार्टी ने कहा कि भाजपा ने इन राज्यों में लोकतंत्र की हत्या की है। हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को कई बार स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस सदस्य आनंद शर्मा ने गोवा व मणिपुर में भाजपा पर जनादेश के उल्लंघन का आरोप लगाया। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होने के कुछ ही देर बाद इसे स्थगित करना पड़ा।

आनंद शर्मा ने कहा, “कांग्रेस इन दोनों राज्यों में अकेली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और बहुमत नहीं होने की स्थिति में इसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाना चाहिए था।” शर्मा ने भाजपा पर विधायकों की चोरी का आरोप लगाया। संसदीय मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस सदस्य सभापति के आसन के सामने आ गए और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

उप सभापति पी.जे. कुरियन नारेबाजी कर रहे सदस्यों को अपने सीट पर जाने के लिए आग्रह करते रहे, फिर सदन को 11.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इसी तरह का दृश्य प्रश्नकाल के समय दोपहर 12 बजे देखा गया। इस बार सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मामले को उठाया और कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है और मुद्दे पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा, “यह भारतीय लोकतंत्र का सवाल है।” सभापति मोहम्मद हामिद अंसारी ने उनसे मुद्दे को भोजनावकाश के बाद उठाने का आग्रह किया और प्रश्नकाल जारी रहने देने के लिए कहा। किसी ने उनके आग्रह पर ध्यान नहीं दिया और उन्होंने सदन को 15 मिनट के लिए 12.19 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दो बार स्थगन के बाद राज्यसभा में कांग्रेस सदस्यों द्वारा आसन के सामने इकट्ठा होकर नारे लगाने पर फिर सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

एन बीरेन सिंह ने आज (15 मार्च) को मणिपुर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनका यह शपथ कार्यक्रम इंफाल के राज भवन में हुआ। इससे पहले मंगलवार को मणिपुर की गवर्नर नजमा हेपतुल्लाह ने बीजेपी और उनकी साथी पार्टियों को सरकार बनाने का न्योता दिया था।