दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में एक बार फिर से तेजी दर्ज की जा रही है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक, ओमिक्रोन वेरिएंट और इसके सब टाइप के कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई है। सूत्रों ने गुरुवार (21 अप्रैल, 2022) को बताया कि नए मामलों में BA.2.12.1 और ओमिक्रोन के आठ अन्य सब टाइप की मौजूदगी देखी गई है। सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया है।

दिल्ली में एक दिन में सामने आए एक हजार से ज्यादा केस

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के करीब ढाई हजार नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक हजार से ज्यादा केस सिर्फ दिल्ली से हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, एक दिन में देशभर में 2,380 केस रिकॉर्ड किए गए हैं, जिनमें से 1009 केस सिर्फ दिल्ली के हैं। इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 0.38 फीसद पहुंच गया है। इस दौरान 56 लोगों की कोरोना के कारण मृत्यु हो गई।

दिल्ली में फिलहाल 2,641 सक्रिय मामले हैं और पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 5.70 फीसद हो गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने बुधवार (20 अप्रैल, 2022) को सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। मास्क ना लगाने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगेगा।

तीसरी लहर में भी ओमिक्रोन के कारण बढ़ी थी कोरोना की रफ्तार
जनवरी में तीसरी लहर के दौरान ओमिक्रोन वेरिएंट के कारण ही कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे। जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए कुल नमूनों में से 79 फीसद मामले ओमिक्रोन के थे जबकि, बाकी के 14 फीसद केस डेल्टा के दर्ज किए गए थे। इसके बाद, फरवरी और मार्च में कोरोना के 100 फीसद मामले ओमिक्रोन के दर्ज किए गए। आंकड़ों के मुताबकि, अनुक्रमण के लिए भेजे गए कुल 783 नमूनों में से 504 का विश्लेषण किया गया और सभी में ओमिक्रोन वेरिएंट मौजूद था।

इस बीच, महामारी की तीसरी लहर के चरम के दौरान लगभग 97% मौतों के लिए भी ओमिक्रोन वेरिएंट जिम्मेदार था। वहीं, जनवरी-मार्च में कोविड से 1,035 लोगों की मृत्यु हुई, इनमें से अधिकांश मौतें आकस्मिक थीं, इनमें से कुछ वे थे जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे और कोरोना संक्रमण के कारण स्थिति बिगड़ने से मौत हो गई।