विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने महिलाओं, दलितों और ग्रामीणों के हित की बात करने वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के मंत्रिमंडल में कोई महिला, दलित या ग्रामीण पृष्ठभूमि का मंत्री न होने पर सवाल उठाए हैं। एक बयान में उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री संदीप कुमार का सेक्स वीडियो सामने आने के बाद चार सितंबर को उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। तभी से दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति के मंत्री का कोटा खाली है। आप के 67 विजयी विधायकों में से अनेक विधायक अनुसूचित जाति के हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंत्रिमंडल में खाली पड़े पद को अभी तक नहीं भरा है।
गुप्ता ने कहा कि सरकार के पास कई महिला विधायक भी हैं, फिर भी मंत्रिमंडल में कोई महिला मंत्री नहीं है, जबकि सरकार ने यह दावा किया था कि दिल्ली की 50 लाख से अधिक महिलाओं को पूर्ण सुरक्षा और सम्मान मुहैया कराया जाएगा। दिल्ली का 30 फीसद क्षेत्र ग्रामीण है और ग्रामीणों की आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई भी विधायक मंत्रिमंडल में मौजूद नहीं है। इस समय दिल्ली मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, गोपाल राय, कपिल मिश्रा और इमरान हुसैन मौजूद हैं। सरकार के तीन मंत्री-जितेंद्र तोमर, आसिम अहमद खान और संदीप कुमार को विभिन्न अपराधों के कारण मंत्रिमंडल से हटाया जा चुका है। वहीं केजरीवाल ने मुख्यमंत्री होते हुए भी जिम्मेदारी बचने के लिए अपने पास कोई भी विभाग नहीं रखा है। सिसोदिया के पास उपमुख्यमंत्री समेत 12 विभागों का भारी बोझ है। सत्येंद्र जैन के पास स्वास्थ्य, उद्योग, गृह, सार्वजनिक निर्माण और ऊर्जा जैसे महत्त्वपूर्ण मंत्रालयों के कार्य हैं। इससे कोई भी मंत्री अपने विभागों के साथ न्याय नहीं कर पा रहा है।
