500 और 1000 के पुराने नोटों पर बैन करने के सरकार के फैसले पर बॉलीवुड से तो सराहना मिली ही है। साथ ही बैंकर्स और उद्योग जगह में भी मोदी के फैसले की प्रशंसा कर रहे हैं। लिहाजा अब इस फैसले बीजेपी नीतियों के विरोध में बोलने वाले नेताओं की भी मिली जुली प्रतिक्रियाएं सुनने को मिल रही हैं। इस फैसले को लेकर जहां कुछ लोगों ने पीएम मोदी का समर्थन किया है तो वहीं कुछ ने उनका विरोध किया है। समर्थन करने वालों में बिहार के सीएम नीतीश कुमार हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने काले धन के खिलाफ मोदी सरकार के इस बड़े कदम की तारीफ की है। एएनआई एजंसी के मुताबिक नीतीश ने कहा, ‘हम मोदी सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने की इस पहल की प्रशंसा करते हैं।’

 

हालांकि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सरकार के इस फैसले को निर्मम और दुखदायी करार दिया। ममता बनर्जी ने केंद्र के फैसले को ‘निर्मम और बिना सोच समझकर’ लिया गया बताया है। ममता ने कहा कि इससे वित्तीय परेशानियां होंगी। ममता ने इस फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग की है।

वहीं केरल की एलडीएफ सरकार ने भी सरकार के आकस्मिक ऐलान की आलोचना करते हुए कहा कि इस कदम से देश से काला धन खत्म नहीं होगा। केरल के वित्त मंत्री टी एम थोमस इसाक ने कहा कि 1000 और 500 के नोटों को बंद करने से काला धन खत्म नहीं होगा।

जबकि सीएम अखिलेश यादव ने किसानों और ग्राणाओं लोगों को ध्यान में रखते हुए नोट बैन के बाद केंद्र सरकार ने करंसी को बदलने के लिए स्पेशल शिविर लगाने की मांग की है।