पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को मुसलमान होने के बावजूद एक महान राष्ट्रवादी जैसे विवादित बयान देने वाले केंद्रीय संस्कृति मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने एक बार एक औऱ विवादित बयान दे डाला। लेकिन इस उन्होंने यह बयान महिलाओं पर कटाक्ष करते हुए दिया।
इस बार उन्होंने लड़कियों के रात में घर से निकलने के बारे में बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लड़कियां रात में घर से बाहर निकलना चाहती हैं तो वो कहीं और सही होगा, लेकिन ये भारतीय संस्कारों का हिस्सा नहीं है।
शर्मा ने कहा, हमने औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर कर दिया, जो मुस्लिम होते हुए भी महान राष्ट्रवादी थे। कांग्रेस ने शर्मा के बयानों की तीखी आलोचना करते हुए इन्हें विद्वेषपूर्ण करार दिया। वहीं, एआईएमआईएम नेता असदुदीन ओवैसी ने मांग की कि मुसलमानों के राष्ट्रवाद पर संदेह जताने के लिए शर्मा को सरकार से बाहर कर दिया जाना चाहिए।
इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा, कांग्रेस और मैं, जो एक मुस्लिम हूं, मंत्री महेश शर्मा को बताना चाहते हैं कि मैं एक राष्ट्रवादी हूं। मेरे पिता और दादा भी राष्ट्रवादी थे। हमें यह कहने के लिए इस सरकार से प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है।
कांग्रेस के एक और प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने कहा, हमने देखा है कि भाजपा, संघ या संघ परिवार के अन्य कट्टरपंथी तत्व जाने-अनजाने ऐसी चीजें बोलते हैं, जो उनके अंदर मौजूद पूर्वाग्रह और धारणाओं को उजागर करते है। यह दुर्भाग्यपूर्ण द्वेष ऐसे बयानों में झलकता है। महेश शर्मा की ओर से डॉ. कलाम को मुसलमान कहने पर कांग्रेस के ज्यादातर मुस्लिम नेता उनके खिलाफ एक के बाद एक बयानवाजी कर रहे हैं।
हालांकि बीजेपी के नेताओं की इस मामले में फिलहाल किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। गौरतलब है कि बीजेपी में शहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकबी भी मुस्लिम लीडर है। जिन्होंने हिंदुस्तान में बीफ बैन का भी समर्थन करते हैं।