भूतों की खोज करने वाले पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर गौरव तिवारी की मौत की पीछे का रहस्य दिन-ब-दिन और गहराता जा रहा है। अपने द्वारका स्थित फ्लैट के बाथरूम में मृत पाए जाने वाले गौरव की मौत के केस में दिल्ली पुलिस का शक गौरव के परिवार वालों पर जा रहा है। पुलिस को शक की है कि परिवार वाले 7 जुलाई को हुई घटना के बारे में कुछ तथ्य छिपा रहे हैं और हो सकता है गौरव का कत्ल किया गया हो।

गौरव बॉस्टन में एक कमर्शियल पायलट थे, मगर बाद में उन्होंने अपना पेशा बदल लिया। (Source: Gaurav Tiwari/Facebook)

गुरुवार को पुलिस ने गौरव के पिता और पत्नी से 8 घंटे तक पूछताछ की। बताया जा रहा है कि पुलिस को उनके बताए गए कुछ तथ्यों में हेर-फेर लग रही है, और पुलिस उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। जानकारी के मुताबिक, गौरव तिवारी ने 7 जुलाई को अपने घर के बाथरूम में खुदकुशी की थी। उस समय सुबह के करीब 9.30 बजे थे, लेकिन घरवालों ने उसकी मौत की खबर दिल्ली पुलिस को सुबह करीब 11.30 बजे दी थी।

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परिवार के अनुसार गौरव ने आखिरी बार सुबह 6 बजे खाना खाया था, मगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक खाना मौत के कुछ देर पहले ही खाया गया होगा, क्योंकि खाना पच नहीं पाया था। इसके आलावा पुलिस को रिलायंस के सिम वाला एक फोन भी मिला है जिसे गौरव यूज कर रहा था। चौंकाने वाली बात तो यह रही कि फोन सा सारा डेटा डिलिट किया जा चुका है। पुलिस अब गौरव की उस महिला साथी से भी बात करने की सोच रही है जो अक्सर गौरव से चैट किया करती थी।

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गौरव ने अमेरिका से पैरानॉर्मल एक्‍टिविटी का कोर्स किया था। वह अलग-अलग उपकरणों से ऐसी जगहों की जांच पड़ताल करते थे जहां भूतों का साया बताया जाता था। (Source: Gaurav Tiwari/Facebook)

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गौरतलब है कि गौरव के पिता उदय तिवारी के मुताबिक उनके बेटे के की मौत के पीछे किसी बुरी आत्मा का हाथ है। उन्होंने बताया था कि गौरव पिछले कुछ दिनों से अपनी पत्नी को एक बुरी आत्मा के बारे में बता रहे थे। गौरव अपनी पत्नी से कहते थे कि एक बुरी आत्मा उसे अपनी ओर खींच रही है। गौरव की पत्नी को लगा था कि गौरव ज्यादा काम के चलते डिप्रेशन में यह सब कह रहे हैं।