दिल्ली के मुखर्जी नगर मोहल्ले में गुरुवार को एक कोचिंग संस्थान में लगी आग से घायलों की संख्या बढ़ती जा रही है। गुरुवार की शाम तक 61 छात्रों को तीन अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा 50 अन्य छात्रों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। जिस वक्त आग लगी थी, उस वक्त कोचिंग में 250 छात्र क्लास ले रहे थे। घटना दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हुई।

आग लगने के बाद इमारत के अंदर धुंआ फैलने से कई छात्रों का दम घुटने लगा था। मौके पर अफरातफरी मच गई। सूचना पर पहुंचे अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने किसी तरह अंदर फंसे छात्रों को निकालने में जुटे। कई छात्रों को रस्सियों के सहारे ऊपर की खिड़कियों से बाहर निकाला गया। आग पर काबू पाने के लिए 11 दमकल गाड़ियों को मौके पर लगाया गया था।

हादसे के बाद मौके पर पहुंची फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) रोहिणी की टीम ने मुआयना किया। प्राथमिक जांच में पता चला कि बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर लगे बिजली के मीटर में आग लगी थी। यहीं से फैली आग ने कोचिंग के दूसरे कमरों को चपेट में ले लिया। थाना मुखर्जी नगर में आईपीसी की धारा 336/337/338/120बी/34 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

सोशल मीडिया पर यूजरों ने निकाला गुस्सा

घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी छात्रों ने नाराजगी जताई है। पीयूष कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि मुखर्जी नगर में चल रहे कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। पांच-छह मंजिला भवन में लगे अग्निरोधी तंत्र काम नहीं करता है। इन इमारतों में हजारों विद्यार्थी पढ़ते हैं। निकास मार्ग एक ही होने और संकरा होने से विद्यार्थियों के लिए जान का खतरा हर वक्त बना रहता है।

आर्यन रामपाल नाम के यूजर ने लिखा, “दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अग्नि सुरक्षा उपकरणों की जांच किए बिना ही अपनी जेब भरकर अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र जारी कर देते हैं। ऐसे में इस तरह के हादसे तो होते ही रहेंगे।”

मुंबई की एक इमारत के 11वें तल पर लगी आग

उधर, दक्षिण मुंबई के कुम्बल्ला हिल इलाके में स्थित एक गगनचुंबी इमारत के 11वें तल पर एक फ्लैट में बृहस्पतिवार शाम को आग लग गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अधिकारी ने बताया कि भूलाभाई देसाई रोड पर 16 मंजिला ‘ब्रीच कैंडी अपार्टमेंट’ के फ्लैट में शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई। उन्होंने बताया कि चार दमकल वाहनों ने करीब तीन घंटे के भीतर आग पर काबू पाया। अधिकारी ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।