विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि उनके मंत्रालय ने प्राथमिकता के आधार पर ई-पासपोर्ट बनाने के लिए कहा है ताकि आधुनिक सुरक्षा बिंदुओं से लैस यात्रा दस्तावेज को निकट भविष्य में लाया जा सके। सातवें पासपोर्ट सेवा दिवस पर जयशंकर ने कहा कि नागरिकों को चिप आधारित ई-पासपोर्ट जारी करने की परियोजना के संबंध में मंत्रालय ने ‘इंडिया सिक्युरिटी प्रेस’ के साथ चर्चा शुरू कर दी है। मंत्री ने कहा, ‘‘हमने प्राथमिकता के आधार पर ई-पासपोर्ट बनाने का प्रस्ताव दिया है ताकि निकट भविष्य में आधुनिक सुरक्षा पहलुओं से लैस नयी पासपोर्ट बुकलेट लायी जा सके। ’’

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा पूर्व के कार्यकाल में जतायी गयी प्रतिबद्धता के तहत उनका मंत्रालय हर लोकसभा क्षेत्र में नया पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) खोलने की प्रक्रिया को जारी रखे है जहां पर अभी सेवा केंद्र नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे दोनो मंत्रालय (विदेश मंत्रालय और संचार मंत्रालय) पहले से घोषित पीओपीएसके के जल्द शुभारंभ के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर रहे हैं। हम संभावना अध्ययन पूरा होने के बाद पीओपीएसके स्थापित करने के लिए और स्थानों की घोषणा करेंगे।’’

बता दें कि आज (24 जून) को ही विदेश मंत्री एस जयशंकर भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी में औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल हो गए।  अनुभवी राजनयिक और पूर्व विदेश सचिव जयशंकर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री के तौर पर अपनी सरकार में शामिल किया है।
उन्हें गत 30 मई को अन्य लोगों के साथ मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। भाजपा उन्हें गुजरात से राज्यसभा के लिये उम्मीदवार बना सकती है।
उन्हें शपथ लेने के छह महीने के भीतर संसद के किसी भी सदन का सदस्य बनना होगा।