एक रेजिडेंशियल बिल्डिंग के बेसमेंट में 21 साल की श्रुति बोस कुछ वीडियो एडिट करने में व्यस्त हैं, जिसमें कांग्रेस नेता शशि थरूर दिल्ली के जहांपनाह फोरेस्ट पार्क में मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों से बात करते दिख रहे हैं। थरूर से एमसीडी स्कूलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर और पढ़ाई गुणवत्ता को लेकर सवाल पूछे गए। दरअसल यह बेसमेंट दिल्ली कांग्रेस का सोशल मीडिया कंट्रोल रूम जहां से वोटर्स तक पहुंचने की कोशिश हो रही है। बोस के ठीक आगे बैठे 20 साल के शिवम अग्रवाल व्हाट्सऐप के करीब 150 ग्रुप में छोटे साइज की वीडियो क्लिप, जेपीईजी, जीआईएफ, मेमे, स्लाइड्स और साउंड रिकॉर्डिंग जैसा कंटेंट भेज रहे हैं।
कांग्रेस की इस टीम में करीब 30 लोग काम करते हैं, जिसमें से अधिकतर कांग्रेस स्टूडेंट विंग NSUI के सदस्य है। यह टीम तीन शिफ्ट में काम कर रही है। टीम लीडर रणजीत मुखर्जी के मुताबिक, इनका पूरा फोकस कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को सही और सत्यापित जानकारी उपलब्ध कराना है। मुखर्जी ने कहा, “हम लोगों को बेफिजूल और गलत जानकारी नहीं भेजना चाहते। हमारे पास करीब 40 हजार पार्टी कार्यकर्ताओं की जानकारी है और हम उन्हें ढेर सारी जानकारियां भेजते हैं। वो पार्टी का संदेश भेजने में सहायता करते हैं।”
यहां कई पोस्ट ऐसी हैं जिसमें दिल्ली की समस्याओं के लिए पार्टी की प्रस्तावित योजनाओं के बारे में बताया गया है, साथ ही कुछ मेमे भी तैयार किए गए हैं जिसमें अरविंद केजरीवाल गोवा और पंजाब में बहुमत के साथ जीत दर्ज करने का दावा कर रहे हैं। हाल के समय में सबसे पॉपुलर मैसेज एक फेसबुक पोस्ट रही, जिसमें दिल्ली के पांच लाख फुटपाथ विक्रेताओं के अधिकार की बात कही गई थी। मुखर्जी ने कहा, “हम कुछ भी मिसलीडिंग पोस्ट नहीं करते। हर पोस्ट को क्रॉस-चेक किया जाता है। हमारी टीम उतनी बड़ी नहीं है जितनी दूसरी पार्टियों की, लेकिन जितनी भी है काफी पॉजिटिव है। हमारी पोस्ट रिपोर्ट्स और कोर्ट के आदेशों के आधार पर होती है। “

