जामिया मिल्लिया इस्लामिया में तुर्की भाषा से स्नातक पाठ्यक्रम की प्रवेश परीक्षा दोबारा होगी। सूत्रों के मुताबिक, दाखिले के लिए ली गई इस परीक्षा में ‘प्रथम दृष्टया’ खामी पाई गई है। 9 मई को हुई इस परीक्षा का पर्चा लीक होने की खबर प्रकाशित होने के बाद जामिया ने फौरी तौर पर इसे रद्द कर दिया है। विश्वविद्यालय के एक अधिकारी के मुताबिक परीक्षा रद्द कर दी गई है और नई तारीख की घोषणा जल्द होगी। इस बाबत जांच के लिए एक आंतरिक कमेटी बनाई जा रही है। साथ ही इस पूरे मामले दिल्ली पुलिस की मदद लेने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की तहकीकात के लिए जामिया जल्द ही दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को मामला सौंपेगा। नामचीन विश्वविद्यालयों में शुमार जामिया मिल्लिया इस्लामिया में स्नातक स्तरीय पाठ्यक्रम में दाखिले का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले लीक हो गया था। तुर्की भाषा के स्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए होने वाली परीक्षा का प्रश्नपत्र परीक्षा से पहले न केवल बाहर आया, बल्कि करीब 1 घंटे पहले इसे सोशल मीडिया के एक खास ग्रुप पर भी अपलोड कर दिया गया। अपलोड करने वाले शख्स ने इस प्रश्न पत्र को जवाब के साथ अपलोड किया था। अखबार के जरिए यह बात विश्वविद्यालय तक पहुंची, तो उसने इसकी सुध ली, ताकि भविष्य में ऐसी वारदातों को रोका जा सके। दरअसल बीते करीब दो साल में पेपर लीक का यह तीसरा मामला है। इससे पहले इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए ली जाने वाली परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हुए थे। 2015 में बीटेक और बीडीएस में दाखिले का पर्चा लीक किया गया था। इस साल फिर विश्वविद्यालय में पर्चा लीक हुआ है, लिहाजा जामिया ने इसकी तह तक जाने का मन बनाया है और इसकी जांच बाहरी एजंसी से कराने का फैसला किया है। फिलहाल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ तलत अहमद अस्वस्थ हैं।
डॉक्टरों ने आॅपरेशन के बाद उन्हें स्वास्थ्य लाभ की सलाह दी है। इसके बावजूद कुलपति के जल्द कार्यालय पहुंचने की संभावना है। नई तारीख की घोषणा संभवत: बुधवार को होनी है। उधर मंगलवार को इस मुद्दे पर जामिया परिसर में गहमा-गहमी रही। जामिया के छात्रों के एक दल ने प्रति कुलपति प्रो शाहिद अशरफ से मुलाकात की और प्रश्नपत्र लीक मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने इस मामले में दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करने की भी मांग की। छात्रों ने कहा कि बीते साल भी टीईटी प्रवेश परीक्षा में भी बहुत बड़ी गलती की गई थी। जब परीक्षा देने आए छात्रों के प्रवेश पत्र में एक ही रोल नंबर छपे थे। परीक्षा नियंत्रक की गलती का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि 9 मई को जामिया में तुर्की भाषा से बीए आॅनर्स की प्रवेश परीक्षा थी। परीक्षा 2 बजे से शुरू होने वाली थी, लेकिन 1.10 बजे ही परीक्षा का प्रश्नपत्र और जवाब निशा अली नामक फेसबुक आइडी से जामिया मिल्लिया इस्लामिया के ग्रुप पर अपलोड कर दिया गया। ज्यादातर लोगों ने पहले इसे फर्जी बताया, लेकिन परीक्षा खत्म होने के बाद जब छात्र बाहर आए और प्रश्न पत्र मिलाया तो प्रश्नपत्र हूबहू एक जैसे ही थे।

