इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली (IIT-D) के वेलनेस क्लब ने कैंपस में एक ‘सात्विक मेस’ शुरू करने की सिफारिश की है। छात्रों की राय मांगने वाले एक ईमेल में क्लब के सदस्यों ने कहा कि ‘राजसिक भोजन’ जैसे अंडे और मांस खाने से अधर्म की भावनाएं पैदा होती हैं और इससे बचना चाहिए। क्लब में केवल छात्र शामिल हैं। इसने 28 फरवरी को सभी छात्रों को एक ईमेल भेजा। इसमें लड़कियों और लड़कों के लिए एक सामान्य मेस के बारे में राय मांगी गई जो सात्विक भोजन परोसेगा।
ईमेल में कहा गया, ‘आयुर्वेदिक विज्ञान में प्रसिद्ध कहावत है: हम क्या खाते हैं, कितना खाते हैं, और कैसे खाते हैं, यह हमारे जीवन का तरीका निर्धारित करता है। तामसिक आहार निराशाबाद की नींव है जो मुश्किल जिंदगी की तरफ ले जाता है… फास्ट फूड जैसे पिज्जा, पेस्ट्री, बर्गर आदि चीजें तामसिक हैं जबकि राजसिक खाद्य पदार्थ जैसे अंडे, मांस, काली मिर्च, अहंकार, क्रोध, लालच और अन्य अधार्मिक भावनाएं पैदा करते हैं।’
ईमेल में आगे कहा गया, ‘सात्विक आहार हमारे जीवन को खुश और शांति में रखते हुए स्वस्थ जीवन की ओर ले जाता है। सात्विक भोजन जैसे ताजे रसदार फल, सब्जियां, अंकुरित फलियां आदि खाने से व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक सद्भाव का आदर्श संयोजन कर सकता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए वेलनेस क्लब परिसर में एक ऐसी मेस होने की पहल करना चाहता है जो इच्छुक छात्रों को स्वस्थ सात्विक भजन प्रदान करे।’ ईमेल के साथ एक फॉर्म भी छात्रों को भेजा गया जिसमें इच्छुक छात्रों से भरने को कहा गया।
वेलनेस क्लब के कोर मेंबर सौरभ धाबू ने दावा किया कि उन्हें यह विचार तब आया जब कुछ छात्रों ने मौजूदा समय में मेस दिए जा रहे खाने के बारे में शिकायत की। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों ने कहा कि भोजन में मसाले बहुत अधिक होते हैं। अन्य छात्रों जैसे जैनों को भोजन से समस्या होती है। इसलिए हमने सोचा कि सात्विक भोजन उनके लिए भी अच्छा होगा। हमने ईमेल करने से पहले शोध किया था।’
उन्होंने आगे कहा कि सिर्फ 500 छात्रों ने फॉर्म भरकर भेजा। इसमें 19 फीसदी छात्रों की प्रतिक्रिया नकारात्मक रही। हालांकि क्लब अभी चर्चा कर रहा है कि क्या पहल की जाए और प्रशासन से संपर्क किया जाए।