कोरोनाकाल में लाखों की संख्या में लोगों की नौकरियां गई हैं। विदेश से भी हजारों लोगों को बेरोजगारी का सामना करने के बाद अपने देश लौटना पड़ा है। जहां कुछ लोगों को अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के साथ काम मिलना शुरू हो गया है, वहीं कुछ लोग अभी भी विदेशी फ्लाइट्स बंद होने की वजह से मजबूरी में समय काट रहे हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस ने हाल ही में तीन युवाओं को गिरफ्तार किया है। इन पर द्वारका के नजफगढ़ इलाके में पुलिस का वेष रखकर चोरी करने का आरोप लगा है। इन तीनों में एक इंजीनियर भी शामिल है, जो कि हाल ही में नौकरी जाने के बाद कतर से भारत लौटा है।
पुलिस ने तीनों की पहचान भी जाहिर कर दी है। इंजीनियर का नाम स्वप्निल लालकिशोर बताया गया है, वहीं उसके दोस्तों के नाम केशव और रवि हैं। पुलिस के मुताबिक, ये तीनों 18 अगस्त को पुलिस यूनिफॉर्म में वॉकी-टॉकी सेट्स के साथ घूमते दिखे थे और खुद को पुलिसवाले के तौर पर दर्शा रहे थे।
बताया गया है कि रात में इन दोस्तों ने पंजाब के रजिस्ट्रेशन वाली एक वरना कार को चेकिंग के बहाने रोका था। हालांकि, इससे पहले कि कार सवार कुछ समझ पाते तीनों ने कार सवारों का अपहरण कर लिया। आरोपियों ने दो लोगों को अपनी काली क्रेटा कार में बिठाया और उनकी ज्वैलरी, फोन, कैश और अन्य चीजें चुरा लीं। बाद में उन्हें सिंघु बॉर्डर पर छोड़ दिया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, लालकिशोर और उसके दोस्तों ने पीड़ितों से और पैसा ऐंठने की कोशिश की। तीनों ने उन्हें रिश्तेदारों को फोन लगाने के लिए कहा, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। द्वारका के डीसीपी एंटे अल्फोंस ने बताया कि हमें पीड़ितों की तरफ से शिकायत मिली थी। इसके बाद हमने 100 से ज्यादा सीसीटीवी चेक किए और आरोपियों के रूट को खंगालने में जुट गए। कार को लोनी के पास ट्रेस किया गया। बाद में हमने वहां जाकर दो लोगों को गिरफ्तार किया। तीसरे को रानी बाग इलाके से पकड़ा गया।