दिल्ली के हरियाणा सीमा पर स्थित नरेला उपनगर का भी अपना मेट्रो रूट होगा। नरेला उपनगर तीन उपनगर परियोजनाओं में से एक है और दिल्ली के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने नरेला में मेट्रो के क्रियान्वयन के लिए निधि स्वीकृत कर दी है और प्रस्तावित मेट्रो रूट के समय पर कार्यान्वयन के लिए डीएमआरसी को 130 करोड़ रुपए की राशि जारी की है। दिल्ली विकास प्राधिकरण किफायती सार्वजनिक परिवहन साधनों के लिए मेट्रो और नगरी विस्तार सड़क के एकीकृत निर्माण के लिए एनएचएआइ और डीएमआरसी के साथ भी समन्वय कर रहा है।

उपनगर का विकास दिल्ली की बढ़ती आवास आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया जा रहा है और विभिन्न ग्रुप हाउसिंग पाकेट में 25,000 से अधिक मकानों का निर्माण किया गया है। नरेला उपनगर के विकास को बढ़ावा देने और उसे दिल्ली के अन्य क्षेत्रों के साथ जोड़ने के लिए उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली के दूर-दराज के इलाकों में मेट्रो कनेक्टिविटी लाने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण डीएमआरसी के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है। रिठाला-बवाना-नरेला के लिए मेट्रो रूट का चरण पहले ही डीएमआरसी द्वारा प्रस्तावित किया जा चुका है।

ठाला-बवाना-नरेला के लिए मेट्रो रूट संरेखण को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण से लगातार कई बैठकें डीएमआरसी और अन्य हितधारकों के साथ की गई ताकि नरेला उपनगर परियोजना में पहले से निर्मित हाउसिंग पाकेट को तथा लैंड पूलिंग क्षेत्र को सेवा प्रदान की जा सके।
‘पब्लिक मास रैपिड ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम’ के अभाव में नरेला उपनगर की दिल्ली विकास प्राधिकरण आवास योजनाओं को दिल्ली के अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम प्राथमिकता दी गई। प्रस्तावित मेट्रो रूट नरेला के लोगों तक पहुंच बढ़ाएगा और कनेक्टिविटी में सुधार करेगा।

इसके परिणामस्वरूप नरेला उपनगर और आसपास के क्षेत्रों के आवासीय तथा वाणिज्यिक और संस्थागत क्षेत्रों का तेजी से विकास हो पाएगा। लोगों को तेज और किफायती परिवहन सुविधाएं और साधन प्राप्त होंगे, जिसके परिणामस्वरूप नरेला उपनगर के निवासियों का जीवन स्तर बेहतर होगा।