दिल्ली में इसी साल अप्रैल में नगर निगम चुनाव होने हैं। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारियां भी शुरू कर दी है। इस बार के चुनाव में उम्मीदवार मिक्सर, आईसक्रीम और गन्ना लिए किसान को दिखाकर वोट मांगते नजर आएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि आयोग ने चुनाव के सिंबल को फाइनल कर दिया है, जिसमें इन चीजों को रखा गया है।

जो उम्मीदवार किसी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेगें उनके लिए तो पहले से ही चुनाव चिन्ह, पार्टी सिंबल फिक्स है, लेकिन निगम के चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों की भी भरमार होती है, जिनके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने 197 चुनाव चिन्ह को फाइनल किया है। इसमें सेब, बिस्किट, प्रेशर कुकर, गन्ना लिए किसान, नूडल्स के साथ-साथ आइसक्रीम का नाम भी शामिल हैं।

आयोग के आदेश के अनुसार प्रत्येक निर्दलीय उम्मीदवार को नामांकन पत्र में तीन चिन्हों के बारे में बताना होगा। यदि एक से अधिक उम्मीदवार एक ही चुनाव चिह्न का चयन करते हैं, तो निर्वाचन अधिकारी आवंटन के लिए ड्रा निकालेंगे।

वहीं आयोग ने एक अन्य आदेश में यह भी कहा कि चुनाव के दौरान एक उम्मीदवार ज्यादा से ज्यादा आठ लाख रुपये खर्च कर सकता है। चुनाव आयोग ने तीन नगर निगमों के 272 वार्डों के लिए अप्रैल में चुनाव कराने का फैसला किया है। इसकी घोषणा भी हो चुकी है।

बता दें कि उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगमों में से प्रत्येक में 104 वार्ड हैं। वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड हैं। इन तीनों में आधे वार्ड महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए भी वार्ड रिजर्व हैं।

अभी के समय में तीनों एमसीडी में बीजेपी का शासन है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने 272 वार्डों में से 181 पर जीत हासिल की थी। वहीं आम आदमी पार्टी को 49 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि कांग्रेस के हिस्से 31 वार्ड आए थे। वहीं निर्दलीय पार्षदों की बात करें तो उत्तरी दिल्ली नगर निगम में तीन, दक्षिणी दिल्ली में चार और पूर्वी दिल्ली नगर निगम के एक वार्ड में उन्हें जीत मिली थी।