कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सक्रिय राजनीति को अलविदा कह दिया है। कांग्रेस पार्टी में नया अध्यक्ष राहुल गांधी को चुन लिया गया है। राहुल गांधी 16 दिसंबर को औपचारिक रूप से पार्टी अध्यक्ष का पद संभालेंगे।  शुक्रवार (15 दिसंबर) को पत्रकारों ने जब दिल्ली में उनसे आगे के रोल के बारे में पूछा तो सोनिया ने कहा कि अब वह रिटायर हो रही हैं। सोनिया गांधी ने बिना कोई समय सीमा देते हुए कहा, ‘अब मैं रिटायर हो रही हूं।’ सोनिया गांधी ने आगे कहा कि उनका बेटा राहुल पिछले तीन वर्षो से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि सोनिया गांधी का ऐसा कहने का क्या मतलब था। वह राजनीति से पूरी तरह से रिटायर हो रहीं है या फिर लोकसभा से? सोनिया गांधी सेहत संबंधी वजहों से राजनीतिक गतिविधियों से पिछले कुछ दिनों से दूर रही हैं। इसी वजहों से सोनिया गांधी ने गुजरात जैसे अहम राज्य में चुनाव प्रचार भी नहीं किया था। सोनिया गांधी ने 1998 में कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला था। बतौर अध्यक्ष उन्होंने 19 साल काम किया। सोनिया के नेतृत्व में ही कांग्रेस ने लगातार दो आम चुनावों (2004 और 2009) में जीत हासिल की। सोनिया गांधी इस दौरान संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की चेयरपर्सन भी रहीं।

सोनिया गांधी गुजरे 9 दिसंबर को ही अपना जन्मदिन मनाईं थीं। 72 साल की सोनिया की राजनीतिक सक्रियता पिछले एक साल में कम हुई है। हालांकि सोनिया गांधी के बयान के बाद पार्टी के कांग्रेस संचार प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर रिटायर हो रही हैं, ना कि राजनीति से। रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘श्रीमती सोनिया गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष पद से रिटायर हुईं हैं राजनीति से नहीं। उनका आशीर्वाद, ज्ञान और कांग्रेस की विचारधारा के प्रति उनका समर्पण पार्टी को हमेशा मिलता रहेगा। वो पार्टी के लिए हमेशा पथ प्रदर्शक बनी रहेंगी।’