कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है और कहा है कि उन्हें कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी कहने से पहले इतिहास पढ़ना चाहिए। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि दिक्कत ये है कि पीएम मोदी अपना इतिहास खुद लिखते हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार (14 जुलाई) को कहा था कि उन्होंने अखबार में पढ़ा था कि कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। पीएम ने आजमगढ़ की एक जनसभा में कहा कि अगर कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है और उन्हें ये अच्छा लगता है तो उन्हें मुबारक है, लेकिन क्या ये पार्टी सिर्फ मुस्लिम मर्दों के लिए ही है या फिर मुस्लिम महिलाओं के लिए भी। कांग्रेस ने शनिवार को भी पीएम के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी थी। रविवार (15 जुलाई) को कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, “वे प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं, सिर्फ बीजेपी के नहीं, उनकी मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस है, कांग्रेस ने देश की आजादी के आंदोलन में शिरकत किया है, आजादी की लड़ाई लड़ी है, इस पार्टी को मुस्लिम पार्टी कहना एक प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता है, उन्हें इतिहास का कम ज्ञान है, वो अपना इतिहास खुद लिखते हैं।”

आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी को याद दिलाना चाहूंगा कि इस पार्टी के अध्यक्ष महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, लाला लाजपत राय और मौलाना आजाद थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “ये अच्छा होगा अगर वे कांग्रेस अध्यक्षों की लिस्ट अपने दफ्तर में रखते, हो सकता है तब वो गलत बयान देने की अपनी आदत छोड़ दें। आनंद शर्मा ने कहा कि वो जिन्होंने आजादी की लड़ाई में शिरकत नहीं की, बल्कि अंग्रेजों के साथ शामिल हो गये वो कांग्रेस को राष्ट्रभक्ति और देशभक्ति पर सर्टिफिकेट नहीं दे सकते हैं।

पीएम मोदी ने रविवार (15 जुलाई) को भी विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए मगरमच्छ के आंसू बहाने वालों से आज यह पूछना चाहिए कि क्यों उन्होंने देश की सिंचाई परियोजनाओं की देखभाल नहीं की, जो कि उनके कार्यकाल के दौरान अधूरी रह गई थीं। उन्होंने कहा कि बाणसागर परियोजना की संकल्पना चार दशक पहले की गई थी और इसकी आधारशिला 1978 में रखी गई थी, लेकिन परियोजना में अनावश्यक रूप से विलंब हुआ।