दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो के सिग्नल प्रणाली में आई तकनीकी खामी के कारण गुरुवार को तीन गलियारों पर करीब ढाई से तीन घंटे तक टेन सेवाएं प्रभावित हुर्इं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अधिकारियों ने बताया कि बोंबार्डियर आधारित सिग्नलिंग प्रणाली वाली इन लाइनों से सिग्नल की समस्या होने की सूचना मिली थी। इस कारण से यात्रियों को गंतव्य स्थल व विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। जिन तीन गलियारों में यह दिक्कतें आर्इं उनमें बैंगनी, हरी और गुलाबी लाइन शामिल हैं। इतना ही नहीं एक यात्री की खुदकुशी की असफल कोशिश के कारण थोड़ी देर के लिए ब्लू लाइन भी प्रभावित हुई।

बता दें कि दिल्ली का दिल कहे जानी वाली मेट्रो गुरुवार को यात्रियों के गुस्से का शिकार बनी। सुबह के व्यस्ततम घंटों (8 से 11) के बीच आई इस दिक्कत का असर हजारों यात्रियों की आवाजाही पर पड़ा। स्टेशन के बाहर यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। जो यात्री किसी न किसी तरह से प्लेटफार्म तक पहुंच भी गए वह भी अंदर ही फंसे रहे। उधर, विद्यार्थियों की परीक्षा का समय बीता जा रहा था। ट्रेन के आने का किसी को कुछ ठिकाना नहीं था। गर्मी के कारण लोगों का गुस्सा बढ़ रहा था और सबर जवाब दे रहा था।

कैब व आटो चालकों नेमांगी मनमानी रकम

ट्रेन की दिक्कत सही न होने के बाद लोगों ने बाहर निकल कर निजी कैब कंपनियों का रुख अपनाना शुरू किया। बशर्ते लोग वहां आटो या कैब चालकों को मुंह मांगी रकम अदा करने के लिए मजबूर थे। लोग एक के बाद एक लगातार आटो व कैब चालकों को फोन कर रहे थे। किसी के दफ्तर से फोन आ रहा था तो कोई सबूत के तौर पर फोटो खींच कर अपने दोस्तों को भेज रहा था।

केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर फंसी एक छात्रा मुस्कान ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए बताया कि सुबह दस बजे से जामिया में परीक्षा थी और मेट्रो की दिक्कत के कारण उन्होंने निजी कंपनी से आटो बुक किया मगर वह भी बहुत देर तक नहीं आया। लगभग आधे घंटे की खींचतान के बाद जब वे परीक्षा केंद्र के लिए निकलीं तो ट्रेन की ओर से नाराज सारा हुजूम सड़कों पर यातायात साधनों के साथ जाम लगाए हुए था। छात्रा ने बताया कि इस कारण से वे परीक्षा केंद्र पर आधे घंटे देरी से पहुंचीं और उनकी परीक्षा समय से पूरी नहीं हो पाई।

एक अन्य यात्री सतीश ने बताया कि सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर अचानक गुलाबी लाइन मेट्रो जहां-तहां खड़ी हो गईं। कोई कुछ समझ नहीं पा रहा था। केवल मेट्रो अधिकारियों की तरफ से गतिरोध के लिए खेद है की सूचना आ रही थी। आधे घंटे का सफर ढाई घंटे में भी नहीं पूरा हो पा रहा था। डीएमआरसी ने कहा कि वह आगे की जांच करेगा और भविष्य में ऐसा फिर न हो इसके लिए बोंबार्डियर के साथ इस मुद्दे को उठाएगा।

दिल्ली मेट्रो रेल के स्टेशनोें पर खुदकुशी की कोशिश करने की श्रृंखला में गुरुवार सुबह एक 52 साल के व्यक्ति ने पटरी पर छलांग लगाकर जान देने की कोशिश की लेकिन मेट्रो चालक की सूझबूझ से उसकी जान बचा ली गई।केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के मुस्तैद जवानों और मेट्रो स्टेशनों पर तैनात अन्य कर्मचारियों ने तुरंत उस व्यक्ति को वहां से निकाला और इेराजा गार्डन पुलिस को आगे की जांच के लिए सौंप दिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि पारिवारिक कारणों से उन्होंने यह कदम उठाया था।

सिग्नल में आई गड़बड़ी केंद्रीय नियत्रण कक्ष से टूटा संपर्क

लाइन-5 (ग्रीन लाइन यानी इंद्रलोक कीर्तिनगर से ब्रिगेडियर होशियार सिंह), लाइन-6 (वायलेट लाइन यानी कश्मीरी गेट से राजा नाहर सिंह), लाइन-7 (गुलाबी लाइन यानी मजलिस पार्क-शिव विहार) पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं। आंतरिक सिग्नलिंग समस्या (ट्रैक सर्किट ड्राप ट्रेन आइडी को न पकड़ पाने) के कारण मैनुअल यानी पारंपरिक सिग्नलिंग मोड पर प्रतिबंधित गति के साथ ट्रेनों की आवाजाही पूरी सुरक्षा के साथ हुई।