असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को कोर्ट से बड़ी राहत मिलने के बाद दक्षिण पंथी खेमे में गुस्सा है। एक टीवी डिबेट में स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि एक बयान पर हमारे मुणि जेल चले जाते हैं लेकिन ओवैसी जेसै लोग बरी हो जाते हैं। उनका कहना है कि ओवैसी में ऐसे कौन से पंख लगे हैं जो वो सालों साल मुकदमा चलने के बाद वो बरी हो जाते हैं।
न्यूज 18 पर डिबेट में अकबरुद्दीन के भाषण पर AIMIM नेता पवन राव अंबेडकर ने एंकर पर तंज कसते हुए कहा कि आपने ओवैसी के नाम पर जो टीआरपी मेंटेन की है, उससे आपके दर्द को समझा जा सकता है। उनका सवाल था कि हरिद्वार या दूसरी जगहों पर जो कहा गया क्या उसका समर्थन वो करते हैं। एंकर का कहना था कि वो मानते हैं कि हरिद्वार में गलत बोला गया था। उनका सवाल था कि क्या अकबरुद्दीन ओवैसी ने जो कहा उसे वो सही मानते हैं।
सुबुही खान का कहना था कि एफएसएल में जब मान लिया गया कि जो वीडियो था वो डाक्टर्ड नहीं था तो फिर ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उनका कहना था कि वो इसके खिलाफ अपील करने जा रही हैं। सुबुही के मुताबिक इस्लाम के नाम पर कुछ भी कर लें कोई कुछ नहीं कहता। जबकि हिंदू कुछ कह दे तो वैश्विक मुद्दा बन जाता है। उनका कहना था कि वो कोर्ट के निर्णय से इत्तेफाक नहीं रखती हैं।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा- "एक बयान पे हमारे मुणि जेल चले जाते हैं लेकिन ओवैसी जेसै लोग बरी हो जाते हैं" #DeshNahiJhukneDenge #NoOneGaveHateSpeech #HateSpeech #SecularPolitics @AmanChopra_ @SwamyChakrapani pic.twitter.com/GdZW7mUzTq
— News18 India (@News18India) April 13, 2022
हेट स्पीच की वजह से चर्चा में रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। हैदराबाद के नामपल्ली मेट्रोपोलिटन कोर्ट ने एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को दो हेट स्पीच मामले में बरी कर दिया है। ये दोनों मामले निरमल और निजामाबाद जिले से जुड़े हुए थे।
कोर्ट ने कहा कि अभियोजक पर्याप्त सबूत नहीं दे पाए। कोर्ट ने अकबरुद्दीन ओवैसी को हिदायत दी है कि वह कोई भी विवादित बयान न दें। कोर्ट ने कहा कि देश कि अखंडता का ध्यान रखते हुए अपनी भाषा पर नियंत्रण करना जरूरी है। बता दें कि यह मामला 2012 का था जब उन्होंने निजामाबाद और निरमल में हेट स्पीच दी थी।