एक टीवी चैनल के साथ बात करते हुए एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने आजान से लेकर के बुलडोजर एक्शन तक के विवादों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार पर गुस्सा नहीं आता बल्कि उनके गलत फैसले पर वो विरोध करते हैं और बोलते हैं।
दरअसल जी न्यूज के कार्यक्रम Zee Sammelan 2022 में ओवैसी गेस्ट के तौर पर पहुंचे थे। इसी कार्यक्रम में जब एंकर अदिति त्यागी ने लाउडस्पीकर विवाद को लेकर उनसे सवाल पूछा तो ओवैसी उन्हीं पर पलटवार करते दिखे। हालांकि एंकर भी चुप नहीं रहीं और उन्होंने भी इसका जवाब दे दिया। ओवैसी ने कहा- “अरे मैडम सबसे ज्यादा शोर तो आपलोग करती हैं टीवी पर, शाम में छह बजे से लेकर रात के 10 बजे तक…उस शोर का क्या करेंगे? इस शोर के बारे में तो कई बात ही नहीं करता।”
इसके जवाब में अदिति त्यागी ने हंसते हुए कहा कि वो ओवैसी के इस तंज को प्रशंसा की तरह लेंगी। उन्होंने कहा- “मेरा काम है सर, सर मैं पांच बजे से करती हूं, एक घंटा बढ़ा दीजिए, जब मैं शोर करती हूं ना तो मेरी आवाज कंट्रोल करने का अधिकार दर्शकों के हाथ में रहता है, ये जिस वॉल्यूम पर मुझे सुनना चाहें सुन सकते हैं, लेकिन जब लाउडस्पीकर धार्मिक स्थल पर होता है न तो वो रिमोट कंट्रोल नहीं होता है”।
लाउडस्पीकर को लेकर ओवैसी ने कहा कि इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए, कानून के अनुसार इसे लगा रहने दिया जाना चाहिए। आवाज तय सीमा से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। वहीं ओवैसी ने हिजाब विवाद को लेकर कहा कि ये तो संविधान के तहत लोगों को अधिकार मिला हुआ है कि वो क्या पहनेंगे और क्या खाएंगे? उन्होंने कहा कि आज कर्नाटक में जो रिजल्ट आया है उसमें देखिए हिजाब वाली लड़कियों ने कौन सा स्थान पाया है? टॉप का स्थान मिला है उन्हें।
वहीं जब एंकर ने बुलडोजर को लेकर सवाल पूछा तो एआईएमआईएम नेता ने कहा यह कानून के तहत नहीं हो रहा है। वो कभी इस तरह की कार्रवाई का समर्थन नहीं करेंगे, चाहे वो हिन्दू के खिलाफ हो या मुस्लिम के खिलाफ।
महाराष्ट्र में जारी उथल-पुथल पर ओवैसी ने कहा कि अच्छा हुआ कि लोग उन्हें इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ हो रहा है वो होना ही था। हम तो सिर्फ तमाशा देख रहे हैं।