आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि दिल्ली की मंडियों के चुनाव में उसकी ऐतिहासिक शुरुआत हुई है। पार्टी के मुताबिक, 12 दिसंबर को हुए चुनाव में 17 में 14 सीटों पर आम आदमी पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। पार्टी ने इसे नगर निगम चुनाव का सेमी फाइनल बताते हुए कहा कि यह नोटबंदी के बाद दिल्ली का पहला जनमत सर्वेक्षण है जिसमें भाजपा और कांग्रेस का सफाया हो गया है।  पार्टी समर्थित विजयी सदस्यों ने समर्थकों के साथ विकास मंत्री गोपाल राय और पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष दिलीप पांडे से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद दिया और मंडियों में अच्छे काम का भरोसा दिलाया। विकास मंत्री गोपाल राय ने नोटबंदी के खिलाफ एकजुट होकर आम आदमी पार्टी समर्थित उम्मीदवारों को जिताने के लिए धन्यवाद दिया और जल्द ही मंडियों में एपीएमसी (एग्रीकल्चर प्रोडक्ट मार्केट कमिटी) का गठन कर विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का भरोसा दिया। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप पांडेय ने कहा कि एपीएमसी की जीत एमसीडी चुनाव का सेमी फाइनल है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से दिल्ली के व्यापारी भाइयों ने मंडियों से भाजपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ किया है इसी तरह निगम चुनाव में दिल्ली की जनता भाजपा और कांग्रेस का सूपड़ा साफ करेगी।

आप नेता ने कहा कि 12 दिसंबर को हुए चुनाव में पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने दिल्ली की सभी मंडियों और दिल्ली एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड में जीत दर्ज कराई। एपीएमसी की कुल 18 सीटों में से 17 पर चुनाव हुआ जिसमें से 14 सीटों पर पार्टी ने समर्थित उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। एक सीट के लिए किसी प्रत्याशी ने पर्चा नहीं भरा था। दिल्ली एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड से पार्टी समर्थित मीठा राम, एपीएमसी आजादपुर से भजन सिंह और अमित गुप्ता, एपीएमसी गाजीपुर, सब्जी मंडी से मुकेश ढींगरा और जगदीश बजाज, एपीएमसी नरेला, अनाज मंडी से अरुण कुमार, रंजीत व राजकुमार, एपीएमसी गाजीपुर फूलमंडी से किशन कुमार, एपीएमसी नजफगढ़, अनाज मंडी से बलवीर व विजय कुमार, और एपीएमसी केशवपुर से अजय चौधरी, मदनलाल पवार व जयप्रकाश ने जीत हासिल की। आप नेता ने बताया कि मुर्गा मंडी का चुनाव 2013 में हुआ था और वहां जीते हुए प्रत्याशियों ने पहले ही आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली थी।