आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को अपने दो सांसदों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। यह फैसला पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी)ने किया। दोनों सांसदों ने शनिवार को बाबा बकाला (अमृतसर) में पार्टी से निकाले गए एक नेता की रैली में भाग लिया था। वहीं आप की एक रैली भी आयोजित की गई थी।

पीएसी ने सांसद धर्मवीर गांधी और हरिंदर सिंह खालसा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करने का प्रस्ताव पारित कर यह फैसला किया। दोनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए मामले को पार्टी की अनुशासन समिति के पास भेज दिया गया है। अनुशासन समिति में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्त, पार्टी की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडेय और प्रवक्ता दीपक वाजपेयी हैं। पीएसी की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फोन के जरिए शामिल हुए। वो रक्षाबंधन पर अपनी बहन से राखीं बंधवाने हरिद्वार गए हुए थे।

लोकसभा चुनाव में आप को पंजाब में चार सीटें मिली थीं। गांधी पटियाला और हरिंदर सिंह खालसा फतेहगढ़ साहिब लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।

पीएसी ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि गांधी और खालसा पिछले कुछ दिनों से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। इससे पार्टी के मूल मकसद को आघात लगा है। दोनों सांसदों पर पार्टी के खिलाफ बयान देने और पार्टी के फैसलों की मीडिया में निंदा करने का आरोप लगाया गया है। आप ने कहा है कि राखर पुनिया (रक्षाबंधन) के मौके पर आप के समानांतर हुई सभा में पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल, आप सांसद भगवंत मान और सद्धू सिंह की तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया। पार्टी का आरोप है कि ऐसा जानबूझ कर और लोगों को गुमराह करने के लिए किया गया। गांधी पिछले काफी दिनों से पार्टी से निकाले गए योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।

बाबा बकाला (अमृतसर) में आप की रैली में पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी संजय सिंह और संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर शामिल हुए। उसी दौरान वहां अनुशासन समिति के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी से निष्कासित दलजीत सिंह ने भी रैली की। गांधी और खालसा दोनों इस मंच पर मौजूद थे।

संपर्क करने पर गांधी ने कहा कि उन्हें निलंबन का कोई नोटिस नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि पटियाला पहुंचकर ही वो इस बाबत कुछ कह पाएंगे। उन्होंने बताया, वे खालसा के साथ बाबा बकाला में हुई रैली में गए थे। उसमें प्रदेश से पांच हजार से ज्यादा कार्यकर्ता पहुंचे। उनमें पंजाब इकाई के नेतृत्व और नीतियों को लेकर नाराजगी थी।

वहीं हरिंदर सिंह खालसा ने कहा, निलंबन के फैसले से उन्हें हैरानी नहीं हुई, पार्टी नेतृत्व ऐसी किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार था। उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल भी ‘इंदिरा इज इंडिया’ जैसी सोच वाले हैं। उन्हें लगता है कि वही पार्टी हैं और पार्टी उनसे है। उन्होंने कहा, ‘पार्टी का मौजूदा पंजाब नेतृत्व और विशेषकर संजय सिंह के काम करने के तरीके से लोगों में नाराजगी है। आप के निष्ठावान नेता दलजीत सिंह को जब निकाल दिया गया तो कुछ भी हो सकता है।’