एप्पल ऐप स्टोर को गूगल प्ले स्टोर के मुकाबले ज्यादा सिक्योर माना जाता है लेकिन एक रिपोर्ट में दावा किय़ा गया है कि एप्पल स्टोर पर मौजूद 84 ऐप यूजर्स को 800 करोड़ रुपए का चूना लगा रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि एप्पल धोखाधड़ी से कमाई करने वाले ऐप्स से शेयर लेता है। वो ऐसे ऐप्स को बंद कर देता है तो इसकी कमाई कम हो जाएगी। जाहिर है कि इस समस्या को हल करना एप्पल के हित में नहीं है, तभी कंपनी चुप्पी साधे बैठी है।

VPN Check के साइबर सिक्योरिटी रिसर्च के मुताबिक ऐसे दर्जनों iOS ऐप्स एप्पल के मोबाइल ऐप रिपॉजिटरी में डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध रहे हैं, जिनके खतरनाक होने के बारे में महीनों पहले ही पता चल चुका था। रिपोर्ट के मुताबिक, एंटीवायरस फर्म Avast को मार्च 2021 में एप्पल App Store पर 133 धोखाधड़ी वाले ऐप्स मिले थे। रिपोर्ट कहती है कि उनमें से 84 ऐप अभी भी स्टोर पर एक्टिव हैं। इन्हें डाउनलोड किया जा सकता है। हालांकि ये सभी ऐप्स मालवेयर या वायरस नहीं हैं। लेकिन ये माना जा रहा है कि ये ऐप्स डेटा चोरी करने, डिवाइस को डैमेज करने का काम कर सकते हैं।

साइबर सिक्योरिटी रिसर्च के मुताबिक ये ऐप्स यूजर के लिए अतिरिक्त लागत पेश कर रहे हैं। इसमें छिपी हुई फीस, प्रीमियम मेंबरशिप या ऐसे ही दूसरे सिस्टम शामिल होते हैं। VPN Check का कहना है कि ये ऐप हर साल ऐसे स्कैम के जरिए यूजर्स को कम से कम 800 करोड़ रुपये का चूना लगा रहे हैं। VPN Check एप्पल को ऐसे खतरनाक ऐप्स को न हटाने के लिए दोषी मान रही है। रिपोर्ट का कहना है कि कंपनी ऐसे ऐप्स पर कार्रवाई करने से गुरेज कर रही है, क्योंकि उसे नुकसान है।

रिपोर्ट कहती है कि मोबाइल फोन बाजार काफी बड़ा हो चुका है। ऐसे ऐप्स स्टोर के जरिये भारी रकम अर्जित की जा रही है। इसमें कोई दोराय नहीं कि एप्पल घोटालों के माध्यम से बहुत पैसा कमाती है। एप्पल को उसका शेयर बराबर मिल रहा है। तस्वीर का दूसरा पहलू ये भी है कि ऐप डेवलपर ऐप स्टोर पर विज्ञापन चलाने में बहुत सारा पैसा खर्च करते हैं। ये एप्पल की जेब में जाता है। एप्पल ने अभी इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया है।