बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान एनडीए के सहयोगी दलों- जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुस्लिम उम्मीदवारों को वक्फ विधेयक को लेकर जनता के तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है। जेडीयू ने पिछली बार 11 के मुकाबले इस बार सिर्फ 4 सीटों पर मुस्लिम नेताओं को टिकट दिया है हालांकि पार्टी का दावा है कि बिहार में मुस्लिम समुदाय का समर्थन उसके साथ है।

बीजेपी ने चुनाव में किसी भी सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा है जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने एक सीट पर मुस्लिम नेता को टिकट दिया है।

अररिया से लड़ रहीं जेडीयू की उम्मीदवार शगुफ्ता अजीम कहती हैं कि लोग संसद में वक्फ विधेयक का समर्थन करने को लेकर उनसे सवाल पूछ रहे हैं और ऐसे सवाल असहज करने वाले होते हैं। शगुफ्ता उन्हें बताती हैं कि संशोधन के बाद वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता आई है।

पहले चरण में बंपर वोटिंग से किसे मिलेगा फायदा?

शगुफ्ता अजीम कहती हैं कि वह लोगों को यह भी बताती हैं कि एनडीए सरकार के पास बहुमत है और जेडीयू अगर इस विधेयक का समर्थन नहीं भी करती तो भी यह विधेयक पारित हो जाता। शगुफ्ता चुनाव प्रचार के दौरान लोगों को बताती हैं कि तमाम विकास योजनाओं का फायदा बिना किसी भेदभाव के सभी समुदायों को मिल रहा है।

पिछली बार हार गई थीं शगुफ्ता अजीम

2020 में शगुफ्ता अजीम को इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार अबिदुर रहमान के हाथों हार मिली थी। इस बार भी रहमान ही इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी अररिया से मुस्लिम उम्मीदवारों को ही टिकट दिया है।

मुसलमानों को वोट बैंक समझता है महागठबंधन- चिराग

बहादुरगंज विधानसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अकेले मुस्लिम उम्मीदवार मोहम्मद कलीमुद्दीन को भी चुनाव प्रचार के दौरान कुछ ऐसे ही सवालों का सामना करना पड़ता है। कलीमुद्दीन लोगों से कहते हैं कि विपक्ष और वक्फ बोर्ड लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कलीमुद्दीन के समर्थन में पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने चुनावी रैली को संबोधित किया। चिराग ने महागठबंधन पर आरोप लगाया कि वह मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक समझता है। बहादुरगंज सीट से एआईएमआईएम भी चुनाव लड़ रही है।

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अमौर विधानसभा सीट से जेडीयू के उम्मीदवार सबा जफर ने अपना चुनाव अभियान विकास और स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित रखा है। वह कहते हैं कि वक्फ कानून को लेकर कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि जेडीयू अकेली ऐसी पार्टी नहीं थी जिसने संसद में इस विधेयक का समर्थन किया।

जेडीयू उम्मीदवार के समर्थन में आए बीजेपी सांसद तिवारी

चैनपुर विधानसभा सीट पर बिहार सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और जेडीयू के उम्मीदवार मोहम्मद जमा खान भगवा पगड़ी पहनकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उनके समर्थन में बीजेपी सांसद मनोज तिवारी भी आए और चुनावी रैली को संबोधित किया। तिवारी ने यहां एनडीए के “सबका साथ, सबका विकास” के नारे पर जोर दिया।

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