उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने शनिवार को ‘मिशन शक्ति’ अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि राज्य सरकार हर बेटी-हर महिला का सम्मान और सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनके स्वावलंबन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘जो लोग नारी गरिमा और स्वाभिमान को दुष्प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, बेटियों पर बुरी नजर डालेंगे, उनके लिए उत्तर प्रदेश की धरती पर कोई जगह नहीं है। यह लोग सभ्य समाज के लिए कलंक हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ऐसे अपराधियों से पूरी कठोरता से निपटेगी। इनकी दुर्गति तय है।’

इसके साथ ही सीएम योगी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ‘मां जगदंबा की आराधना के पर्व शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिवस आज श्री गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित श्री दुर्गा मंदिर में कलश स्थापना कर नौ दिवसीय अनुष्ठान का शुभारंभ किया। देवी मां के आशीर्वाद से ‘अंत्योदय’ का संकल्प और लोककल्याण के हमारे प्रयास निश्चित ही सुफलित होंगे।’

सीएम योगी के ट्वीट और उनके ‘मिशन शक्ति’ अभियान पर कांग्रेस नेत्री अर्चना डालमिया @ArchanaDalmia ने कथित तौर पर निशाना साधा है। उन्होंने कन्या पूजन की तस्वीर शेयर कर ट्विटर पर लिखा, ‘अरे यार पूजने से पहले यूपी की बेटियों बलात्कारियों से तो सुरक्षित करो..।’ ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

जीतेंद्र दत्त शर्मा @jdmiku1 लिखते हैं, ‘नवरात्रि आ गई है अब लोग 9 दिन स्त्रियों की इज्जत और पूजा करने लगेंगे क्यों क्योंकि यहां भी उनका मतलब है उन्हें देवी मां से आशीर्वाद पाना है कि वो स्वस्थ और सम्पन्न रहें। इंसान बहुत मतलबी है। उनमें ये संस्कार होता कि वो सालभर स्त्रियों की इज्जत कर सकता।’

धीरज कुमार @1461976 लिखते हैं, ‘जब अपना दिया वादा नहीं बचा पाए अपनी ही औलादों से, इसलिए मैय्या पूजने का ढोंग जता रहे हैं अपने पाप छुपाने को।’ एक यूजर @pankajkumar1028 लिखते हैं, ‘भाजपाई सांसद गिरीराज सिंह कहते हैं कि एक गाय एक साल में 100 बच्चे देगी, ये टेक्नोलोजी बिहार में बाटूंगा। मध्य प्रदेश बीजेपी के एक नेता ने कहा कि एक साल में एक औरत 50 बच्चे जन्म देती है। अब तो हद ही हो गई।’

गौरतलब है कि महिला सुरक्षा के लेकर योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। कुछ दिनों पहले बलरामपुर में एक दलित महिला की दो लोगों द्वारा किए गए कथित बलात्कार के बाद मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार 22 साल की महिला के साथ दो लोगो ने कथित बलात्कार किया था। महिला एक निजी कंपनी में काम करती थी और 29 सितंबर को गंभीर अवस्था में घर लोटी थी।

पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर दो आरोपियों शाहिद और साहिल को गिरफतार किया था। इसी क्रम में महिलाओं, बेटियों और बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के प्रयास को अभियान का रूप देते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री जनपद बलरामपुर से प्रदेशव्यापी ‘मिशन शक्ति’ का श्री गणेश कर रहे थे।

इधर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के रहते बहन-बेटियों की सुरक्षा नहीं हो सकती है क्योंकि इस सरकार ने ‘दरिंगों के सामने आत्मसमर्पण’ कर दिया है।

उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताधीशों का दिल भले ही न पिघले, पोस्टमार्टम के बाद बाराबंकी की बेटी का शरीर देखकर डाक्टरों के भी होश उड़ गए तथा उन्होंने कहा कि ऐसा मामला पहले नहीं देखा। सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘बर्बर हत्या प्रदेश‘ में बदल गया है और खूनी खेल बेलगाम हो गया है।’ (एजेंसी इनपुट)