कांग्रेस ने गुरुवार को इस मुद्दे पर संशय बरकरार रखा कि क्या पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी नेशनल हेरल्ड मामले में शनिवार को अदालत में पेश होने के बाद जमानत की मांग करेंगे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा – अभी दो दिन बचे हैं। बहुत समय है। वकीलों की सलाह के मुताबिक फैसला किया जाएगा।
उनसे सवाल किया गया था कि क्या सोनिया और राहुल जमानत का आग्रह करेंगे क्योंकि ऐसी अटकल है कि दोनों जमानत नहीं लेंगे। आजाद ने कहा कि सोनिया, राहुल और पार्टी के संपूर्ण नेतृत्व को न्यायपालिका और देश के कानून में पूरा विश्वास है।
इस मामले में हमें जो करना होगा, हमें जिन उपायों का इस्तेमाल करना होगा, वो हम करेंगे। एक और सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों से कहा गया है कि वे शीतकालीन सत्र के संपन्न होने तक दिल्ली में रहें। यह सत्र 23 दिसंबर को संपन्न हो रहा है।
कानूनी प्रक्रिया के तहत जब किसी आरोपी को समन किया जाता है तो उसे अदालत के समक्ष उपस्थित होना पड़ता है और वह जमानत की मांग करता है जिसे अदालत मंजूर कर सकती है। अन्यथा, आरोपी को न्यायिक हिरासत में ले लिया जाता है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा – हम 19 दिसंबर को सभी कानूनी उपायों को उठाने के लिए तैयार हैं और विकल्प खुले हैंं। उन्होंने उन मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया जिनमें कहा गया है कि कांग्रेस ने सोनिया और राहुल की पेशी के समय अपने राज्य नेताओं को दिल्ली बुलाया है।