इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lok Dal) के अभय चौटाला ने दावा किया है कि नफे सिंह राठी ने पहले ही हत्या की आशंका के बारे में बताया था। रविवार को दिल्ली के पास बहादुरगढ़ में नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता जय किशन की कुछ हमलावरों ने गोलियां मार हत्या कर दी थी। अभय चौटाला ने हरियाणा सरकार पर नफे सिंह राठी की जान को खतरा होने के बावजूद सुरक्षा ना देने का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के इस्तीफे की मांग की है।

क्या बोले अभय चौटाला?

पीटीआई के हवाले से पत्रकारों से बात करते हुए अभय चौटाला ने घटना की सीबीआई जांच की भी मांग की और कहा, “दो बार के विधायक, जो हमारी राज्य इकाई के प्रमुख हैं को सुरक्षा प्रदान नहीं की गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और राज्य के गृह मंत्री को लिखा भी गया था कि उन्हें धमकियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।”

अभय चौटाला ने कहा कि—राठी जी ने मुझे छह महीने पहले बताया था कि उसे कुछ पुलिस कर्मियों ने सूचित किया था कि उन्हें जान का खतरा है। बाद में मैंने एसपी झज्जर से भी फोन पर बात की और यह बात उनके संज्ञान में लाई। क्या उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई थी? अगर ऐसा होता तो हमें यह दिन नहीं देखना पड़ता।

क्या हुआ था?

67 वर्षीय नफे सिंह राठी रविवार को एक एसयूवी में यात्रा कर रहे थे। जब झज्जर जिले के बहादुरगढ़ शहर पहुंचे तो कार में सवार हमलावरों ने उन पर हमला किया। अभय चौटाला ने कहा, ”उन पर गोलियों की बौछार की गई और पूरी तरह छलनी कर दिया गया था।”

अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि राठी को गर्दन, पेट, रीढ़ और जांघ में चोटें आईं हैं। राठी 1996 और 2005 में दो बार बहादुरगढ़ सीट से विधायक चुने गए थे।