Mukhtar Ansari Death: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है। हार्ट अटैक की वजह से उसकी जान गई है। गुरूवार शाम तबीयत खराब होने के बाद उसे बांदा जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। मुख्तार अंसारी की मौत पर उसके बेटे उमर अंसारी ने प्रशासन पर पिता मुख्तार को स्लो पॉइजन देने का आरोप लगाया है।

उमर अंसारी ने कहा कि मेरे पिता को खाने में जहर दिया गया था। उन्होंने कहा कि वे न्यायपालिका का दरवाजा खटखटाएंगे। हमें इस पर पूरा भरोसा है। उमर अंसारी ने कहा कि मुझे प्रशासन की तरफ से कुछ नहीं बताया गया, मुझे मीडिया के जरिये इसके बारे में पता चला। लेकिन अब पूरा देश सब कुछ जानता है। मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा कि दो दिन पहले मैं उनसे मिलने आया था, लेकिन मुझे उनसे मुलाकात नहीं करने दी गई।

19 मार्च को डिनर में जहर देने का आरोप

उमर अंसारी ने कहा कि धीमा जहर देने के आरोप पर हमने पहले कहा था और आज भी यही कहेंगे। 19 मार्च को डिनर में उन्हें जहर दे दिया। उमर अंसारी ने कहा कि आज उनका पोस्टमार्टम होगा। पोस्टमार्टम के लिए लगभग पांच डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है। मुख्तार अंसारी के शव को बांदा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

यूपी में धारा 144 लागू

पूरे राज्य में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि मऊ के रहने वाले अंसारी का आसपास के गाजीपुर और वाराणसी जिलों में भी अच्छा प्रभाव माना जाता है। उन्होंने कहा कि अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया सेल को भी सक्रिय कर दिया गया है। वहीं, माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार रात अपने आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। बैठक में डीजीपी प्रशांत कुमार और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहा और 2005 से उत्तर प्रदेश और पंजाब में सलाखों के पीछे था। उसके खिलाफ 60 से ज्यादा आपराधिक मामले लंबित थे। सितंबर 2022 से उन्हें उत्तर प्रदेश की अलग-अलग अदालतों द्वारा आठ मामलों में सजा सुनाई गई थी और वह बांदा जेल में बंद था। उसका नाम पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टरों की लिस्ट में था।