Mumbai CST bridge collapse:  मुंबई में CST (छत्रपति शिवाजी टर्मिनस) रेलवे स्टेशन के बाहर हुए ब्रिज हादसे में करीब तीन दर्जन लोग घायल हुए हैं। इनमें से कुछ की मौत होने की भी खबर सामने आई है। गुरुवार (14 मार्च) की शाम करीब साढ़े 7 बजे हुए इस हादसे से इलाके में हड़कंप मच गया है। हादसे में पुल का करीब 60 फीसदी हिस्सा गिरा था। इसके बाद अब मुंबई नगर निगम ने इसे पूरी तरह से तोड़ दिया है। हालांकि अब तक बीएमसी की तरफ से किसी भी अधिकारी ने कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी है। दूसरी तरफ ब्रिज रेलवे स्टेशन से जुड़ा था। रेलवे की तरफ से प्रतिक्रिया आ गई है।

ब्रह्नमुंबई महानगर पालिका के कार्यक्षेत्र में आने वाला यह ब्रिज मुख्य सड़क से रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक तक जाता है। रेल मंत्रालय की तरफ प्रतिक्रिया आ गई है। एएनआई के मुताबिक मंत्रालय की तरफ से कहा गया है, ‘यह ब्रिज BMC के दायरे में आता है। हालांकि हमने पीड़ितों को राहत पहुंचने के लिए रेलवे के डॉक्टर्स और सुरक्षा बलों की मदद से कोशिशें बढ़ा दी है। हम बीएमसी के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे हैं।’

मंत्री विनोद तावड़े बोले- शिवसेना की साथी बीजेपी के मंत्री विनोद तावड़े ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, ‘रेलवे और बीएमसी इस संबंध में रखरखाव पर जांच कराएगी। ब्रिज की हालत खराब नहीं थी, इसमें छोटी-मोटी मरम्मत की जरुरत थी, जिसकी प्रक्रिया चल रही थी। इसे काम खत्म होने तक बंद क्यों नहीं किया गया, यह भी जांच का विषय है।’

NDRF (राष्ट्रीय आपदा राहत बल) की एक टीम मुंबई में अंधेरी स्थित रीजनल रिस्पॉन्स सेंटर (RRC) की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची है। इनके अलावा बीएमसी, फायर ब्रिगेड और रेलवे भी रेस्क्यू में जुटी है।

यह घटनास्थल दक्षिणी मुंबई लोकसभा क्षेत्र में पड़ता है। मौके पर बुधवार (10 मार्च) को ही कांग्रेस की तरफ से प्रत्याशी घोषित किए गए मिलिंद देवड़ा भी पहुंचे हैं। उनसे पहले AIMIM नेता वारिस पठान भी मौके पर पहुंचे थे। विपक्ष ने शिवसेना के नेतृत्व वाली BMC पर सवाल खड़े किए हैं।