नीरज तिवारी, श्रीनाथ राव, मोहम्मद थावर

Mumbai CST bridge collapse: दक्षिण मुंबई के जाने-माने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CST) रेलवे स्टेशन पर बने फुट ओवरब्रिज का गुरुवार (14 मार्च) को एक हिस्सा गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई और 31 लोग घायल हो गए। इस हादसे में पीछे से आ रही टैक्सी में सवार लोगों की जान बाल-बाल बची उनके ऊपर मलबे का कुछ हिस्सा गिर गया था। यह ब्रिज स्टेशन से करीब 50 मीटर की दूरी पर बनाया गया है जिसे हिमालय ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है।

1980 में ब्रह्ममुंबई नगर निगम (BMC) द्वारा बनाया गया यह ब्रिज सीएसटी स्टेशन पर एंट्री के तीन रास्तों में से एक है। BMC अधिकारियों ने बताया कि इस ब्रिज का इस्तेमाल रोज लगभग 10 हजार लोगों द्वारा किया जाता है। इस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अपूर्वा प्रभु (35), रंजना तांबे (40), भक्ति शिंदे (40), जाहिद सिराज खान (32), तपेंद्र सिंह (35) और मोहन कायनगुडी (58) के रूप में की गई है। प्रभु, तांबे और शिंदे पास के गोकुलदास तेजपाल (जीटी) अस्पताल में नर्स थीं।

BMC के इंजीनियरों और ऑडिटर्स के खिलाफ दर्ज हो मामलाः दक्षिण मुंबई के पूर्व कांग्रेस सांसद मिलिंद देवड़ा ने इस पूरे मामले पर बयान देते हुए मांग की है कि BMC के इंजीनियरों और ऑडिटर्स के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए, जिन्होंने इस बात का प्रमाण दिया था कि ब्रिज सुरक्षित था। उन्होंने कहा कि शहर में इस तरह की लापरवाही बिल्कुल भी ठीक नहीं है। एक आम आदमी अपने सफर के लिए रोज पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करता है, ऐसे में इस तरह की घटनाओं से सबक लेते हुए सतर्कता बरतने की जरुरत है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने दो दिन पहले ही यहां से उन्हें लोकसभा चुनाव 2019 के लिए पार्टी का प्रत्याशी भी घोषित किया है।

क्या कहा चश्मदीदों नेः चश्मदीदों के मुताबिक यह हादसा पीक ऑवर में हुआ। पूरन राम, जो ब्रिज के नीचे फास्ट फूड की दुकान चलाते हैं, ने बताया कि फुटओवर ब्रिज ताश के पत्तों की तरह उनकी आंखों के सामने ढह गया। लगभग 7-8 स्लैब चंद पलों में एक के बाद एक गिरते चले गए। पहला स्लैब सड़क के स्टेशन-एंड के पास गिरा था। बता दें इससे पहले यह ब्रिज 26/11 के दोषी अजमल कसाब के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान चर्चा में आया था जब इस ब्रिज से अजमल कसाब का फोटो सामने आया था।

गैर इरादतन हत्या का केस होगा दर्जः डीसीपी (जोन 1) अभिषेक त्रिमुखे ने कहा कि उन BMC अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा जिन्होंने इस बात को जांच में सुनिश्चित किया था कि CST रेलवे स्टेशन पर बना फुट ओवरब्रिज सही स्थिति में था। पुलिस ने कहा कि आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या के तहत) के तहत अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।

साल भर पहले भी हुआ था हादसाः अंधेरी और विले पार्ले स्टेशनों के बीच जीके गोखले रोड ओवरब्रिज के ढहने के डेढ़ साल बाद यह दूसरी बार है कि कोई ब्रिज इस तरह ढह गया हो। एल्फिंस्टन और परेल स्टेशनों को जोड़ने वाले इस ब्रिज पर भगदड़ मचने के बाद 22 लोग मारे गए और 35 घायल हो गए थे। इस घटना के बाद BMC ने 296 पुलों का ऑडिट किया था, जिसमें पता चला था कि उनमें से 18 पुलों के पुनर्निर्माण और मरम्मत की जरुरत थी। हालांकि BMC अधिकारियों ने कहा कि CSMT फुट ओवरब्रिज उस लिस्ट का हिस्सा नहीं था।