‘‘बाहर से आने वालों का ऑटोरिक्शा जला दो’’ के बयान को लेकर चारों ओर से हमला झेल रहे मनसे प्रमुख राज ठाकरे शुक्रवार (11 मार्च) को नरम रुख में दिखे और पार्टी कार्यकर्ताओं से आंदोलन को अस्थायी विराम देने को कहा। दूसरी ओर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडवणीस ने ऑटो चालकों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। राज ठाकरे ने पार्टी की 10वीं वर्षगांठ पर ऑटोरिक्शा जलाने वाला बयान दिया था, उसके अगले ही दिन गुरुवार (10 मार्च) की रात कुछ अज्ञात लोगों ने अंधेरी में चार बंगला रोड पर एक ऑटो को आग के हवाले कर दिया।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद ठाकरे ने आंदोलन को अस्थायी विराम देने की बात कही है। मनसे नेता शिरिष सावंत ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘चूंकि नए ऑटोरिक्शा अभी भी सड़कों पर नहीं आए हैं, ऐसे में कुछ असामाजिक तत्व स्थिति का नाजायज फायदा उठा रहे हैं। राज ठाकरे में कहा है कि अगले आदेश तक पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इन आदेशों की कड़ाई से पालन किया जाएगा।’’

अपनी ओर से मुख्यमंत्री फडणवीस ने ठाकरे की धमकियों को हल्का करते हुए कहा कि सभी ऑटो चालकों की सुरक्षा सरकार का कर्तव्य है।
विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘निर्धारित शर्तों को पूरा करने वाले किसी भी व्यक्ति को परमिट मिलेगा और जिन्हें परमिट मिल रहा है उनकी सुरक्षा सरकार का कर्तब्य है।’’

इसबीच स्वयं को मराठी मामलों के रखवाले के रूप में पेश करने वाले शिवसेना ने किसी का नाम लिए बगैर ही मनसे पर चुटकी ली। विखरोली में मुंबई अग्निशमन ब्रिगेड के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘हम (शिवसेना) आग बुझाते हैं।’’