मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह अपने बयानों के कारण सुर्ख़ियों में बने रहते हैं। अब एक बार फिर से उन्होंने रीवा राजघराने को लेकर विवादित टिप्पणी की है। दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान वो अपने नाम के आगे लगे सिंह की व्याख्या कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने कह दिया कि हमारे रीवा के राजा दारू पीकर पड़े रहते थे और हम लोग शिकार करते थे।

बिसाहूलाल सिंह ने रतलाम के एक ग्राम पंचायत में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे नाम के आगे सिंह कैसे लगा? दरअसल हमारे रीवा संभाग में जहां से नर्मदा नदी निकली है, वहां पर एक ज़माने में बहुत से शेर हुआ करते थे। रीवा के राजा तब शेर का शिकार करते थे। वो शिकार तो कर नहीं पाते थे, तो हमारे समाज के लोगों को लेके जाते थे और बन्दूक दे देते थे। फिर जब हम शेर को मार देते थे, तो वो कहते थे कि वाह! शेर को हमने मारा है।”

बिसाहूलाल सिंह ने आगे कहा कि इसी कारण हमें सिंह की उपाधि दे दी गई और नाम के आगे सिंह लगने लगा। उन्होंने कहा, “राजा मंच पर दारू पीकर पड़े रहते थे और हम लोगों को लगा देते थे कि जाओ शेर मारो। जब हम लोग शेर को मार देते थे तो कहते थे तुम लोग जाओ, शेर हमने मारा है। इसलिए शेर का शिकार करने के कारण हम लोगों के नाम के आगे साहू की जगह सिंह लगाया जाने लगा।”

इससे पहले पिछले वर्ष नवंबर महीने में बिसाहूलाल सिंह ने सवर्ण महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया था। बिसाहूलाल सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा था कि ठाकुरों की महिलाओं को पकड़कर-पकड़कर घर से निकालकर समाज के साथ काम कराओ, तभी समानता आएगी।

बिसाहूलाल ने कहा था, “समाज में समानता लाना है तो उच्च जाति की महिलाओं को पकड़ कर बाहर निकालो। गांव की महिलाएं धान काटती हैं, गोबर लिपती हैं, अन्य काम करती हैं। ये सब बड़े घर की महिलाएं भी करें तभी सभी समानता आएगी। हम यह केवल भाषण में न बोले बल्कि अपने घर में भी अमल करें। घर की महिलाओं को आगे बढ़ने दें।”