मध्य प्रदेश में कांग्रेस को समर्थन देने वाली बहुजन समाज पार्टी के तीखे तेवर जारी है। दलितों के खिलाफ दायर केस वापस लेने के दबाव के बाद अब बसपा विधायक ने मंत्री पद को लेकर कांग्रेस को बड़ी चेतावनी दे दी है। पथरिया से बसपा के टिकट पर जीत दर्ज करने वाली राम बाई ने कमल नाथ सरकार को 20 जनवरी तक का अल्टीमेटम दे दिया है।
सरकार को खतरे पर बोलीं ऐसे ही चलेगाः राम बाई का कहना है कि कांग्रेस ने उनसे मंत्री बनाने का वादा किया था। उनके बयान को सरकार के लिए खतरे की चेतावनी बताने के सवाल पर बड़ा बयान देते हुए राम बाई ने कहा कि कांग्रेस भी जानती है पांच सालों तक उनकी सरकार ऐसे ही चलेगी।
मंत्री पद क्यों बना कांग्रेस की मुश्किलः कांग्रेस ने पहली बार विधायक बनने वालों को मंत्रिमंडल से दूर रखने का फॉर्मूला अपनाया है। लेकिन मंत्रिमंडल के गठन से ही चेतावनियों की भी शुरुआत हो गई। बसपा के अलावा एक विधायक वाली समाजवादी पार्टी ने भी मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर सख्त नाराजगी जाहिर की थी। इसके अलावा जयस प्रमुख का पद छोड़कर कांग्रेस के टिकट पर जीते मनावर विधायक हीरालाल अलावा भी लगातार दबाव बना रहे हैं।
अल्पमत कांग्रेस के लिए आसान नहीं राहः 230 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पास 114 सीटें हैं जो बहुमत के आंकड़े से दो कदम दूर है। चार निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा के दो और सपा के एक विधायक का समर्थन भी कांग्रेस के पास है। लेकिन गठबंधन के सहयोगियों के साथ-साथ पार्टी के अपने विधायकों से भी मिल रही चेतावनियां कांग्रेस के लिए मुश्किल का सबब बन गई हैं।