मध्य प्रदेश की ग्राम पंचायत के सरपंच चुनाव के उम्मीदवार का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चुनाव हारने के बाद उम्मीदवार अपने पैसे वापस मांगते हुए नजर आ रहा है। इस उम्मीदवार ने पहले तो चुनाव संहिता को ताक पर रखकर वोट के लिए लोगों को पैसे बांटे और जब हार गया तो, पैसे वापस लेने के लिए लोगों के घर पहुंच गया।

यह मामला मध्य प्रदेश के नीमच जिले की मनासा जनपद में आने वाली ग्राम पंचायत देवरान का है। बताया जा रहा है कि सरपंच पद के प्रत्याशी राजू दायमा ने चाश्मा चिन्ह पर चुनाव लड़ा था। उस पर आरोप लगाया जा रहा है कि उसने पैसे बांटकर वोटरों को वोट के लिए प्रलोभन दिया। इसके बाद, जब रिजल्ट आया और दूसरा प्रत्याशी चुनाव जीत गया तो राजू और उसके समर्थक वोटरों को धमका रहे हैं और पैसे वापस मांग रहे हैं। बताया जा रहा है कि अभी तक 4 लाख रुपया वापस ले लिया गया है।

इस घटना की जानकरी पुलिस को मिली तो राजू दायमा के खिलाफ मारपीट और धमकाने का मामला दर्ज किया गया। नीमच के एडिशनल एसपी एसएस कनेश का कहना है कि पुलिस आरोपी द्वारा पैसे बांटने और आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप की भी जांच कर रही है।

सरपंच का चुनाव हारे प्रत्याशी पर बढ़ा गांव छोड़ने का दबाव
वहीं, दमोह जिले में जीता हुआ प्रत्याशी हारे हुए प्रत्याशी के परिवारवालों को गांव छोड़ने के लिए मजबूर कर रहा है। तेजगढ़ थाना क्षेत्र के मनका गांव का यह मामला है, जहां पंचायत चुनाव के जीते हुए प्रत्याशी ने पराजित प्रत्याशी के परिजनों के साथ सोमवार की रात को मारपीट की और परिवार पर गांव छोड़ने का भी दबाव बनाया। अस्पताल में भर्ती पराजित प्रत्याशी मुकेश यादव का कहना है कि उसके परिजनों ने एसपी के ऑफिस जाकर इस घटना के बारे में जानकारी दी।

परिजनों के साथ ग्रामीण भी गए और उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही उन्हें विजयी सरपंच परेशान कर रहा है। इस वजह से वो लोग काफी परेशान हैं। सरपंच और उसके समर्थकों ने इन लोगों के साथ मारपीट की और परिवार को गांव छोड़ने की भी धमकी दी।