MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छिंदवाड़ा में एक जन सेवा शिविर में सख्त तेवर दिखाते हुए अधिकारियों की क्लास लगा दी। कलेक्टर, एसडीएस, तहसीलदार और सीएमएचओ को उन्होंने मंच से सख्त हिदायत दी कि हमारा काम जनता की सेवा करना है और हर शख्स को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, जिसमें लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को चोतावनी दी कि जनता के काम में कोई लापरवाही ना बरती जाए और नामांतरण संबंधी समेत सरकारी योजनाओं के लिए लोगों को ढूंढ-ढूंढ कर लाभान्वित करें।
वह छिंदवाड़ा के रमाकोना में आयोजित एक जन शिविर में पहुंचे थे, जिसमें वह लोगों से संवाद कर उनकी समस्याओं पर बात कर रहे थे। मंच पर अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान वह एक एसडीएम को डांटते नजर आए। दरअसल, उन्होंने अधिकारियों से सवाल किया कि नामांतरण में समस्या क्यों हो रही है। नामांतरण यानी फौती चढ़ने पर जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसके परिजन के नाम पर जमीन गांव में चढ़ती है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने पूछा कि यह किस विभाग की जिम्मेदारी है तो अधिकारी ने कहा कि ये राजस्व विभाग की जिम्मेदारी है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, “एसडीएम और तहसीलदार क्या कर रहे हैं और मैं उन्हें चेतावनी दे रहा हूं कि किसी कीमत पर ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए। एक-एक शख्स को ढूंढकर लाभान्वित करो। हमारा काम ही जनता की सेवा करना है।” इस दौरान लोगों ने कहा कि अधिकारी अपने चेंबर में से नहीं निलकते हैं।
इस जन सेवा शिविर में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से वन-टू-वन चर्चा की, जिसमें आवास योजना, प्रधानमंत्री सम्मान निधि और आयुष्मान कार्ड संबंधी जानकारी कलेक्टर से ली। इस दौरान उन्होंने लोगों से भी सवाल किया कि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं।
यह पहली बार नहीं है जब शिवराज इस तरह अधिकारियों की क्लास लगाते नजर आए हैं। इससे पहले भी कई बार उन्होंने मंच पर अधिकारियों को अपना एक्शन अवतार दिखाया है। वे कई बार लोगों से उनकी समस्याएं पूछते हैं और फिर वहीं पर वह अधिकारियों को भी दिशा-निर्देश दे देते हैं।