राजस्थान के बाद अब मध्य प्रदेश में भी मंत्रिमंडल को लेकर अंतिम सूची फाइनल हो चुकी है। मंगलवार को मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होना है। इससे पहले चार दिनों तक दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मंथन कर चुके मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ सोमवार रात को भोपाल लौट रहे हैं।

यूं चला गहन मंथन का दौर

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के बाद कांग्रेस में मंत्रिमंडल के नामों पर भी गहन मंथन हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन दिनों में कमल नाथ ने राहुल से चार और ज्योतिरादित्य सिंधिया से तीन बार मुलाकात की है। इसी बीच सिंधिया और राहुल के बीच भी करीब एक घंटे तक चर्चा हुई। इनके अलावा कमल नाथ ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी, भंवर जितेंद्र सिंह और मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया से भी चर्चा की।

राजस्थान फॉर्मूला मध्य प्रदेश में भी

बताया जा रहा है कि राजस्थान की ही तरह मध्य प्रदेश में भी पहली बार चुनाव जीतने वालों को मंत्री नहीं बनाने पर सहमति बनी है। वहीं मोदी लहर के बावजूद पिछले चुनावों में जीत दर्ज करने वालों को प्राथमिकता दी गई है। उधर शपथ ग्रहण से एक दिन पहले कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने आदिवासी संगठन जयस के पूर्व मुखिया हीरालाल अलावा ने खुद को मंत्री बनाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध राहुल गांधी से मुलाकात की बात भी कही है।

यातायात व्यवस्था में यूं होगा बदलाव

मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह मंगलवार दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक राजभवन में होगा। इसके लिए पुलिस ने यातायात व्यवस्था में कुछ बदलाव किए हैं। मालवीय नगर तिराहा, मछलीघर तिराहा, कंट्रोल रूम तिराहा से राजभवन की ओर केवल कार्यक्रम में आने वाले वाहनों को ही प्रवेश दिया जाएगा।