Corruption in Karantaka: कर्नाटक में ठेकेदारों से कमीशन लेने का मामला अभी तक स्थिर नहीं हुआ है राज्य के ठेकेदार संघ ने भारतीय जनता पार्टी के मंत्री पर रिश्वत का आरोप लगाते हुए इस सरकार को सबसे भ्रष्ट सरकार बता दिया है। ठेकेदार संघ के अध्यक्ष केम्पन्ना ने कहा, “यह सबसे भ्रष्ट सरकार है। मैंने अपने कार्यकाल के दौरान ऐसी भ्रष्ट सरकार कभी नहीं देखी। ये सरकार 40 प्रतिशत तक कमीशन की मांग पर भी संतुष्ट नहीं है वो कहीं-कहीं पर इससे भी ज्यादा कमीशन की मांग कर रही है। अभी इस सरकार को ठेकेदारों को ₹ 22,000 करोड़ से अधिक का भुगतान करना है।”
जब केम्पन्ना से ये पूछा गया कि क्या उन्हें सीएम बसवराज बोम्मई पर भरोसा है? तो केम्पन्ना ने कहा, “मुख्यमंत्री के आदेशों पर कार्रवाई नहीं हो रही है सीएम एक अच्छे व्यक्ति तो हैं लेकिन अधिकारी उनका सम्मान नहीं करते हैं। सीएम बोम्मई ने कहा कि उनके आदेशों के बावजूद पैसा जारी नहीं किया जा रहा है।” केम्पन्ना ने कई अन्य मंत्रियों पर ठेकेदारों से 40 प्रतिशत कमीशन की मांग करने का सीधा आरोप लगाते हुए कहा, “हमने कोर्ट में जाकर लीज मनी ली। कोलार जिला प्रभारी मंत्री मुनिरथना ने वसूली करने और उन्हें भुगतान करने के लिए कहा है, उन सभी पर शर्म आती है। एक जिला प्रभारी मंत्री ऐसा कैसे कह सकता है?”
पीएम मोदी को लिखेंगे पत्र
उन्होंने सरकार से पूछा,”मुनिरत्न ने हमारे संघ के दो सदस्यों को परेशान किया था। मैं 15 दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी को फिर से 40 प्रतिशत कमीशन के बारे में लिखूंगा। स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने भाषण दिया कि भ्रष्टाचार देश के लिए खतरनाक है। हम इसका स्वागत करते हैं। लेकिन हमने जो शिकायत दी है, उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?” केम्पन्ना ने इस बात की संभावना जताई है कि शायद अगले 15 दिनों में हम प्रधानमंत्री को पत्र भेज देंगे। उन्होंने कहा कि वो और उनकी टीम 40 प्रतिशत कमीशन लेने के भ्रष्टाचार के आरोप को साबित करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि एक स्वतंत्र न्यायिक जांच हो।
‘पीडब्ल्यूडी मंत्रियों ने हमारे संघ को तोड़ने की कोशिश की’
ठेकेदार संघ के अध्यक्ष ने कहा, “हमारा संघर्ष जारी रहेगा यहां एक ऐसी स्थिति बन गई है जहां अधिकारी मुख्यमंत्री की नहीं सुनते। मुख्यमंत्री ने टेंडर बुलाने की प्रक्रिया को बदलने के लिए कहा था लेकिन वे उनकी नहीं सुन रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया, “हमने सिद्धारमैया को कोई डॉक्युमेंट्स नहीं दिए हैं ये कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन इसके बाद बड़ी समस्याएं होंगी। हम जांच के बाद रिकॉर्ड देंगे पहले न्यायिक जांच होने दें। अब पूरी व्यवस्था खराब हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी मंत्रियों ने हमारे संगठन को तोड़ने की कोशिश की है।”
सीएम बसवराज बोम्मई ने दिया ये जवाब
वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने एक सिरे से ठेकेदार संघ के 40 प्रतिशत कमीशन लेने के आरोपों को नकार दिया है। सीएम बोम्मई ने कहा कि ये आरोप विपक्ष की चाल हैं। उन्होंने बताया कि ठेकेदार संघ ने ये आरोप नेता प्रतिपक्ष से मुलाकात के बाद लगाए गए हैं। ऐसे दावों की कोई विश्वसनीयता नहीं है। ये आरोप पूरी तरह से आधारहीन और बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित है। सीएम ने कहा अगर उनके पास कोई शिकायत है तो वो लोकायुक्त से जाकर कर सकते हैं। लोकायुक्त को पूरी स्वतंत्रता है वह मामलों की जांच करवाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।