उत्तर रेलवे ने स्वच्छता सप्ताह के तहत शुक्रवार को संवाद दिवस मनाया। रेलवे के अधिकारियों ने नई दिल्ली स्टेशन पर यात्रियों से ट्रेनों में स्वच्छता व व्यवस्था को लेकर भी बात की। इस दौरान नई दिल्ली स्टेशन से ‘स्पेशल मच्छर मार एक्सप्रेस’ को भी रवाना किया गया, जो दिल्ली में रिंग रेल रूटों पर चलेगी। शुक्रवार से शुरू हुई यह ट्रेन 15 अक्तूबर तक विभिन्न तारीखों पर कुल सात दिन चलेगी। इस मौके पर दक्षिणी दिल्ली के कमिश्नर डॉ. पुनीत कुमार गोयल भी उपस्थित थे।
दिल्ली में डेंगू और चिकनगुनिया के प्रकोप से सुरक्षा के लिए रेलवे हर साल ‘स्पेशल मच्छर मार एक्सप्रेस’ चलाता है। हालांकि, हर साल यह ट्रेन सितंबर के पहले पखवाड़े में चलाई जाती थी। रेलवे का कहना है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से प्रक्रिया में देरी के कारण इस बार इतनी देर हुई। मच्छर मार एक्सप्रेस में लदे दो टैंकरों में रासायनिक द्रव्य भरा होता है। रेलवे इस ट्रेन को तय रूट और जगह के हिसाब से चलाता है और निगम कर्मचारी पाइप के जरिए रेलवे मार्ग के आसपास 50 से 60 मीटर की दूरी में पड़ने वाले नालों, पटरियों आदि पर छिड़काव करते हैं।
संवाद कार्यक्रम के मौके पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एके पुठिया का कहना था कि नई दिल्ली स्टेशन से कई दिशाओं के लिए यात्री सफर करते हैं। हमने स्टेशन पर असम, कटरा के यात्रियों व सैन्यकर्मियों से स्वच्छता अभियान को लेकर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने खुलकर अपनी राय दी। यात्रियों का कहना था पिछले दो साल में रेलवे की व्यवस्था सुधरी है। कई लोगों ने वेटिंग रूम में ज्यादा देर तक रुकने के लिए अलग से पैसे मांगे जाने और रेलनीर के लिए अतिरिक्त भुगतान की शिकायत भी की।
अपनी बहन को छोड़ने के लिए नई दिल्ली स्टेशन आई नीरू से रेलवे को लेकर बात की गई तो उनकी शिकायत थी कि ट्रेनों में महिलाओं के लिए अलग से कोच की व्यवस्था नहीं है, रेलवे को इस बारे में भी सोचना चाहिए।