ताजमहल देखने आयी एक बेल्जियम की महिला को बंदरों के साथ फोटो लेना महंगा पड़ गया। बेल्जियम से आयी एक महिला सैलानी ने बंदर के साथ एक फोटो लेने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान बंदर ने विदेशी महिला पर हमला कर दिया। बंदरों ने हमला महिला के दाएं पैर पर किया, जिससे महिला के पैर पर खरोंच और दांत के निशान पड़ गए।

हमले के तुरंत बाद उपचार किया गया : ताजमहल के सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों के अनुसार, इस सैलानी महिला का नाम मौली डेडोबेलेर है। दरअसल मौली अपने दो दोस्तों के साथ मुख्य मकबरे की तरफ जा रही थीं। रास्ते में उन पर बंदरों ने हमला कर दिया, जिससे महिला के दाएं पैर पर खरोंच और दांतों के निशान आ गए। इस घटना के तुरंत बाद महिला को प्राथमिक उपचार दिया गया और उसके बाद महिला को इलाज के लिए नजदीक के एक अस्पताल में भेजा दिया गया। इस हमले के बाद घूमने आए सैलानियों में भगदड़ मच गई।

National Hindi News, 29 September 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

सुरक्षाकर्मियों ने बचाया: मौली ने बताया कि पहले मुझ पर एक बंदर ने हमला किया, जिसके बाद एक साथ कई बंदर आ गए। हालांकि, मेरी किस्मत अच्छी थी कि पास में ही खड़े एक सुरक्षाकर्मी ने सही समय पर आकर मुझे बचा लिया। इसके बाद मुझे अस्पताल ले जाया गया, जहां 2 इंजेक्शन लगे और एक इंजेक्शन मुझे अगले हफ्ते लगवाना पड़ेगा। पीड़िता ने बताया कि वह पिछली रात को ही आगरा आई थी और रविवार को उसे जयपुर के लिए निकलना था।

सरकार नहीं उठा रही कोई ठोस कदम: एएसआई के अधिकारियों के अनुसार, ताजमहल पर पिछले कुछ सालों में बंदरों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है, जिससे सैलानियों पर इनके हमले भी बढ़ रहे हैं, लेकिन इन्हें रोकने के लिए सरकार की तरफ से कोई विशेष कदम नहीं उठाए गए हैं।

 

पहले भी हुईं ऐसी घटनाएं: दशहरा घाट से ताज के अंदर आने के बाद बंदर पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं। इससे पहले भी हमले हो चुके हैं। पिछली बार 8 जुलाई 2018 को ऑस्ट्रेलिया की एक महिला पर हमला हुआ था। उससे पहले 22 मई 2018 को फ्रांस के दो पर्यटकों को बंदरों ने काट लिया था। उस वक्त भी बंदरों ने पैरों को निशाना बनाया था। इसके बाद अगस्त में इंदौर, सितंबर में बेंगलुरु और अक्टूबर में पुणे के पर्यटकों को बंदर काट चुके हैं। इस संबंध में टूरिज्म गिल्ड ने मुख्यमंत्री को भी कार्रवाई के लिए पत्र भेजा था, लेकिन इससे कोई विशेष कार्रवाई नहीं हुई।