प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी। बाद में अपने भाषण में इसका जिक्र करते हुए कहा, ‘भारत में एम्स को एक मानदण्ड माना गया है। क्या एम्स सिर्फ दिल्ली वालों के लिये ही होना चाहिये, मेरे उत्तर प्रदेश के बीमार भाइयों और बहनों को एम्स मिलना चाहिये या नहीं। यहां एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा धन से 750 बिस्तर वाला एम्स बनेगा।” हालांकि, बाद में अखिलेश यादव ने फेसबुक पर पोस्‍ट करके बताया कि इस एम्‍स के लिए उनकी सरकार ने ही मुफ्त में जमीन दी है।

अखिलेश ने लिखा, ”आज गोरखपुर में हमने एम्‍स के लिए मुफ्त जमीन दी। रायबरेली के एम्‍स के लिए भी यूपी सरकार ने ही मुफ्त में जमीन दी है।’ जानकार मानते हैं कि अखिलेश इस पोस्‍ट के जरिए मोदी को जवाब दे रहे थे। मोदी ने अपने भाषण में एम्‍स बनने को केंद्र की उपलब्‍ध‍ि के तौर पर पेश किया तो अखिलेश भी पीछे नहीं रहे और उन्‍होंने फेसबुक पोस्‍ट के जरिए इस बारे में जानकारी दी। बता दें कि मोदी की अध्यक्षता में हाल में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के तहत गोरखपुर में एम्स की स्थापना को मंजूरी दी गई थी। इस योजना के तहत भुवनेश्वर, भोपाल, रायपुर, जोधपुर, रिषीकेश और पटना में एम्स की स्थापना की गई है जबकि रायबरेली में एम्स का निर्माण कार्य प्रगति पर है।

इससे पहले, कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि गोरखपुर एम्स में 330 सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक और 750 जनरल बेड होंगे। इस एम्स से पूर्वांचल के लगभग 15 और पड़ोसी बिहार के पांच जिलों को लाभ मिलेगा।