स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाली विश्व आर्थिक मंच की बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने वाली मुलाकात व द्विपक्षीय वार्ता पर विश्व की निगाहें टिकी हैं। इस बैठक में अहम आर्थिक फैसले व समझौते किए जाएंगे। 22 से 26 जनवरी तक होने वाली इस बैठक के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए मोदी दो दिन के दौरे पर वहां रहेंगे। विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक 2018 स्विट्जरलैंड के दावोस-क्लोस्टर्स में होगी, जिसका विषय ‘क्रिएटिंग ए शेयर्ड फ्यूचर इन ए फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ होगा। मोदी दो दिवसीय यात्रा पर 22 जनवरी को स्विट्जरलैंड जाएंगे, जहां वह विश्व आर्थिक मंच के सत्र में भाषण देंगे। साल 1997 के बाद ऐसा पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री दावोस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
उनके साथ भारत का अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल जा रहा है, जिसमें भारत से प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु, कोयला व रेल मंत्री पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर और पीएमओ में राज्यमंत्री जीतेंद्र सिंह जा रहे हैं। स्विट्जरलैंड के दावोस में 22 से 26 जनवरी तक चलने वाले इस सम्मेलन में दुनियाभर के 350 राजनीतिक नेता पहुंचेंगे। 60 देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुंच रहे हैं। इस सम्मेलन में भारतीय दल 11 सत्रों में हिस्सा लेगा। प्रधानमंत्री मोदी 23 जनवरी को फोरम की बैठक में उद्घाटन भाषण देंगे।
मोदी के साथ भारतीय उद्योग जगत का भी बड़ा दल हिस्सा लेगा, जो भारत की निवेश की अनुकूल छवि पेश करेगा। दावोस में होने वाली इस बैठक को अभी दुनिया में आर्थिक गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। हर देश इस सम्मेलन के जरिए अपनी निवेश के अनुकूल छवि पेश करने की कोशिश करता है। इसके पहले 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने दावोस की बैठक में हिस्सा लिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी की दावोस में स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बरसेट के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड विश्व आर्थिक मंच की बैठक में हिस्सा लेंगे और इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी बैठक होगी। नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार और वाशिंगटन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने इस मुलाकात की अलग-अलग पुष्टि की है। अमेरिकी ट्रंप सरकार अमेरिका का कारोबार, अमेरिकी उद्योगों और अमेरिकी कर्मियों को मजबूत करने की नीतियों पर चल रहे हैं। ट्रंप के साथ उनकी कैबिनेट और प्रशासन के कई वरिष्ठ सदस्य इस बैठक में हिस्सा लेंगे।