उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिला निवासी मो. हैदर सैय्यद (17) एक हफ्ते की छुट्टी मनाने के लिए मुंबई गया था। मुंबई लोकल में सफर के दौरान उसके सर में चोट लगी। जिसके कारण उसकी मृत्यू हो गयी। हैदर बलरामपुर के एक नीजी स्कूल में 10वीं का छात्र था। हैदर अपने पिता से लंबे समय से मुंबई घूमने की मांग कर रहा था।
चाचा के परिवार के साथ रहता था: दरअसल, हैदर के पिता सिरत हुसैन मुंबई में नौकरी करते है। हैदर को मुंबई घूमाने के लिए उसके पिता ने उसे एक हफ्ते के लिए अपने पास बुलाया था। लेकिन उसे वह अपने साथ नहीं रखते थे। हैदर को उसके चाचा के परिवार के साथ रखा था। उसके चाचा का परिवार भिवंडी में रहता था। जहां उसका एक चचेरा भाई भी था। जिसके साथ उसे घूमने में आसानी होती थी।
ट्रेन से थूकने दौरान हुआ हादसा: पिता के अनुसार, हैदर 6 सितंबर को अपने चचेरे भाई के साथ सुबह 9: 45 पर घर से भिवंडी मस्जिद देखने के लिए निकला था। ट्रेन में उसके साथ मौजूद चचेरे भाई ने बताया कि वह थूकने के लिए ट्रेन के दरवाजे पर गया था। लेकिन वह सींट पर काफी समय बाद भी वापस नहीं आया। जिसके बाद स्टेशन पर रुककर जीआरपी में पूछताछ की तो पता चला वह रेलवे ट्रैक पर मिला है। और उसे चोट लगी है। जिसके इलाज के लिए पुलिस वालों ने जे.जे. हॉस्पिटल में भर्ती कराया था।
पिता को मर्डर की आशंका: जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि उसके मस्तिष्क के बाएं और दाएं भाग के क्षेत्र में गभीर चोट लगी है। जिसके कारण वह बोल नहीं पा रहा। अस्पताल में इलाज के दौरान ही 12 सितंबर को उसकी मौत हो गई। हालाकि हैदर के पिता का कहना है कि वह पान, गुटखा या ऐसे किसी भी प्रकार का नशा नहीं करता था। तो वह थूकने क्यो जाएगा। पिता को शक है कि उसको किसी ने ट्रेन से धक्का दिया है और इसकी जांच होनी चाहिए।