मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी को सीबीआई ने कथित कोयला चोरी घोटाले में रविवार को दो बार नोटिस जारी किया। सीबीआई के समन का जवाब देते हुए रुजिरा बनर्जी ने कहा है कि वे जांच में 23 फरवरी को शामिल होंगी।
बनर्जी ने सोमवार को कहा कि कथित कोयला चोरी घोटाले में पूछताछ के लिए केन्द्रीय एजेंसी अपना एक दल मंगलवार को उनके घर पर भेजे। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एक टीम रविवार को रुजिरा को कथित कोयला चोरी मामले की जांच में शामिल होने के लिए नोटिस देने कोलकाता स्थित घर गई थी। रुजिरा घर पर मौजूद नहीं थीं। रुजिरा ने सोमवार को समन का जवाब देते हुए सीबीआई से मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न तीन बजे के बीच अपने आवास पर आने को कहा है।
उन्होंने सीबीआई को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘ हालाकि मैं इस कारण से अनभिज्ञ हूं कि मुझे पूछताछ के लिए क्यों बुलाया जा रहा है या जांच का विषय क्या है, आप अपनी सुविधानुसार कल 23 फरवरी 2021 को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न दोपहर तीन बजे के बीच मेरे आवास पर आ सकते हैं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ आप कब आएंगे कृपया इसकी जानकारी मुझे दे दें।’’
क्या है मामला –
पिछले साल 27 नवंबर को सीबीआई की कोलकाता एंटी करप्शन ब्रांच (ACB) ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ECL) के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव के संबंध में भ्रष्टाचार और आपराधिक विश्वासघात का मामला दर्ज किया था। ECL सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला खनन करती है।
यह मामला पिछले साल मई-अगस्त से जुड़ा है, जब सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब पाया था कि अवैध कोयला खनन में कई मशीनें लगी हैं और ढुलाई के लिए भी वहां बड़ी संख्या में गाड़ियां खड़ी हैं।
ईसीएल की टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी। उस इलाके में कई अवैध भार मापक मशीनें भी लगी हुई थीं। इससे साफ पता चल रहा था कि अवैध खनन और कोयले ढुलाई का काम संगठित तौर पर संचालित हो रहा है। इस मामले में सीबीआई ने बंगाल के 13 जगहों पर छापेमारी की थी। इसके बाद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी को समन भेजा गया। हालांकि, सीबीआई द्वारा दर्ज केस में रुजिरा का नाम नहीं है। सीबीआई ने रुजिरा की बहन मेनका गंभीर को भी समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रुजिरा बनर्जी की नागरिकता पर भी सवाल खड़े किए हैं। भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने कहा है कि रुजिरा थाई नागरिक हैं इसलिए उन्हें भारतीय नहीं लिखा जा सकता। उन्होने अपने ट्विटर से एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक शख्स कह रहा है कि रुजिरा के पास पिछले 34 साल से थाई पासपोर्ट है।
इस पर ममता ने तंज कसा है कि ईडी और सीबीआई बीजेपी के सहयोगी दलों की तरह काम रहे हैं। जवाब में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का कहना है केंद्रीय एजेसियां स्वतंत्र हैं ओर ठोस सबूतों के आधार पर ही काम करती हैं। जरूर उनके पास ठोस सबूत रहे होंगे।