जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मीडिया पर तंज कसा है। इस संबंध में उन्होंने एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि मीडिया कभी भी कश्मीरियों की इंसानियत नहीं दिखाता। वे सेना की मदद भी करते हैं, लेकिन मीडिया अपनी टीआरपी के चक्कर में कश्मीरियों का ध्यान नहीं देता है।

ट्वीट में यह लिखा : महबूबा ने ट्विटर पर एक वीडियो रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘‘अफसोस की बात है कि मीडिया यह वीडियो जानबूझकर नहीं दिखाएगा, क्योंकि टीआरपी का मसला है। फिलहाल सारे चैनल स्टेरॉयड पर है। आखिर टीआरपी का मसला है। कश्मीरी भी इंसान हैं और इतनी मुश्किलों में भी वे सेना के साथ सहानुभूति रखते हैं।’’

क्या है वीडियो में : महबूबा के ट्विटर हैंडल से रीट्वीट हुए इस वीडियो में कुछ लोग कथित रूप से एक शव ले जाते दिखाई दे रहे हैं। दावा किया गया है कि यह शव बडगाम में क्रैश हुए एमआई17 में जान गंवाने वाले शख्स का है। हालांकि, इस वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है।

महबूबा ने किया एक और ट्वीट : इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने एक और ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, ‘‘दुख और आक्रोश के समय हमें बांटने की कोशिश की जाएगी। धर्म और पहचान को लेकर एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा किया जाएगा। हिंदू बनाम मुसलमान, जम्मू बनाम कश्मीर।’’ बता दें कि मंगलवार को भारतीय वायुसेना ने पीओके के पार जाकर बालाकोट स्थित जैश के आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद महबूबा ने ट्वीट करते हुए इस कार्रवाई को गलत बताया। उन्होंने लिखा था कि वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद ट्विटर और न्यूज चैनलों पर उन्माद बढ़ा है। यह परेशान कर देने वाला है कि पढ़े-लिखे लोग भी जंग की आशंका से खुश हो रहे हैं। यह सब जहालत की निशानी है।