मेघालय में वेश्यालय चलाने के आरोपी वांटेड बीजेपी नेता बर्नार्ड एन मारक को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है। तीन दिन पहले ही मेघालय के तुरा में स्थित उनके फार्म हाउस में छापेमारी की गई और यहां से 6 बच्चों को बचाया गया था। इस मामले में 73 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी, जिसके बाद से ही बर्नार्ड फरार थे। बता दें कि बर्नार्ड एन मारक बीजेपी की मेघालय इकाई के उपाध्यक्ष हैं।
पुलिस ने बताया कि मारक की गिरफ्तारी के लिए एक गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है। मारक का यह फार्म हाउस रिंपू बागान में बना है, जिस पर शनिवार को छापेमारी हुई थी और उसके बाद से ही बीजेपी नेता फरार थे ।
वेस्ट गारो हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेकानंद सिंह ने कहा, “बर्नार्ड एन मारक के खिलाफ गिरफ्तारी का गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है। यह तुरा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत द्वारा जारी किया गया एक स्थायी वारंट है।”
पुलिस ने कहा कि मारक को जांच में सहयोग करने के लिए कहा गया था, लेकिन वह जांचकर्ताओं से बच रहे हैं। वहीं, बीजेपी नेता मारक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा द्वारा उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध का निशाना बनाया गया है और उन्हें अपनी जान का डर है।
मेघालय बीजेपी नेता के फार्महाउस से नाबालिगों को छुड़ाया गया
बर्नार्ड के इन आरोपों को खारिज करते हुए मेघालय के उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन तिनसोंग ने कहा कि उनकी सरकार पुलिस को उनके अनुसार काम करने की अनुमति देती है। तिनसोंग ने कहा, “कानून किसी भी पार्टी के लिए एक बराबर है और भले वह सरकार का हिस्सा है या नहीं। अप्रिय चीजें हुई हैं और हम कानून को अपना काम करने देंगे।”
पुलिस ने पहले बतााया था कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई थी, जिसमें नाबालिगों को बचाया गया। इस छापेमारी में फार्महाउस से सैकड़ों शराब की बोतलें और कोंडम बरामद किए गए थे। मारक पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं और अनैतिक तस्करी (रोकथाम) अधिनियम, 1956 के तहत आरोप लगे हैं।